रेलवे : उत्तर पश्चिमी रेलवे में 98 प्रतिशत स्टेशनों पर अत्याधुनिक सिगनल प्रणाली स्थापित, बीते आठ साल में दुर्घटनाओं में कमी का दावा, संरक्षा के लिए उठाए कारगर कदम - Nidar India

रेलवे : उत्तर पश्चिमी रेलवे में 98 प्रतिशत स्टेशनों पर अत्याधुनिक सिगनल प्रणाली स्थापित, बीते आठ साल में दुर्घटनाओं में कमी का दावा, संरक्षा के लिए उठाए कारगर कदम

बीकानेरNidarindia.com रेलवे में संरक्षा सबसे अहम है। संरक्षा को सुदृढ़ किए जाने के लिए उत्तर पश्चिमी रेलवे में भी कई कार्य किए गए हैं। रेलवे की ओर से नई तकनीक का उपयोग, सिगनल प्रणाली का अपग्रेडेशन, ट्रेक अनुरक्षण, ट्रेक नवीनीकरण, संरक्षा जागरूकता और मानवरहित समपार फाटकों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए।

98 प्रतिशत स्टेशनों पर अत्याधुनिक तकनीक…

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार महाप्रबन्धक विजय शर्मा के नेतृत्व में उत्तर पश्चिम रेलवे पर संरक्षा को सर्वोपरि ध्येय मानकर कार्य किए जा रहे है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर आधुनिकतम सिगनल प्रणाली की स्थापना के तहत वर्ष 2021-22 में 30 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली उपलब्ध करवाई गई, वर्तमान में उत्तर पश्चिम रेलवे के ब्रॉडगेज पर स्थित 98 प्रतिशत से अधिक स्टेशनों पर आधुनिकतम सिगनल प्रणाली स्थापित की जा चुकी है। इसके अतिरिक्त समपार फाटकों पर संरक्षा को सुदृढ़ करने के क्रम में उत्तर पश्चिम रेलवे पर कुल 532 समपार फाटक को इंटरलॉक किया जा चुका है।

 

इसके साथ ही उत्तर पश्चिम रेलवे पर 436 करोड की लागत से 1586 किलोमीटर रेलमार्ग पर कवच प्रणाली स्थापित करने के लिए सैद्वान्तिक मंजूरी प्रदान की गई है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर ‘कवचÓ प्रणाली रेवाड़ी-पालनपुर वाया जयपुर, जयपुर-सवाई माधोपुर, उदयपुर-चित्तौडग़ढ़, फुलेरा-जोधपुर-मारवाड़ एवं लूनी-भीलड़ी रेलखंड पर स्वीकृत की गई है। इस प्रणाली के स्थापित होने से रेल संचालन की संरक्षा में वृद्वि होगी।

सभी समपार फाटक समाप्त…

मानवरहित समपार फाटकों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने की कार्ययोजना के तहत उत्तर पश्चिम रेलवे के ब्रॉडगेज मार्ग पर सभी मानव रहित समपार फाटकों को समाप्त समाप्त कर दिया गया है। मानवरहित समपार फाटकों को मानवसहित करना, मानवरहित समपार फाटकों को सबवे, सीमित ऊचाई के पुल और सडक के ऊपरी पुल बनाकर बन्द करने के कार्य किये गये। वर्ष 2014 से अब तक 61 रोड ओवर ब्रिज व 683 रोड अण्डर ब्रिज का निर्माण किया गय जिसके फलस्वरूप सडक उपयोगकर्ताओं की नासमझी से होने वाली दुर्घनाओं में अपेक्षित कमी आई है। रेल संचालन में ट्रेक अनुरक्षण संरक्षा का अहम घटक है जिस पर विगत वर्षों में विशेष बल दिया जा रहा है, और इस मद के लिए बजट में समुचित बजट भी आवंटित किया जा रहा है।

ट्रेक का नवीनीकरण…

उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2021-22 में 184 किलोमीटर मार्ग का ट्रेक नवीनीकरण किया गया। संरक्षा के लिये इस वर्ष प्रस्तुत बजट में 1100 करोड़ रुपए से अधिक का प्रावधान किया गया है। संरक्षा के अहम मद ट्रैक नवीनीकरण के लिये 495 करोड़, रेलवे समपारों पर रोड ओवर ब्रिज तथा रोड अण्डर ब्रिज के लिए 480 करोड़ रूपये का बजट में प्रावधान है।

वर्ष में मात्र दो दुर्घटनाओं का दावा

रेलवे का दावा है कि संरक्षा को सुदृढ़ करने के प्रयासों के फलस्वरूप उत्तर पश्चिम रेलवे पर संरक्षा में अपेक्षित वृद्धि दर्ज की गई है, इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे पर वर्ष 2021-22 में मात्र 2 दुर्घटनाएं दर्ज की गई है जो संरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर संरक्षा के लिए किए जा रहे कार्यों को देखते हुए राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह 2021 में उत्तर पश्चिम रेलवे को संरक्षा शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया था।

Share your love
Facebook
Twitter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *