

जयुपरNidarindia.com राज्य सरकार शहरी सहित दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में भी महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय खोलने की योजना को मूर्त रूप दे रही है।
इसी कड़ी में अब राजकीय विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम में रूपान्तरण करने के नियमों में भी शिथिलता प्रदान की जा रही है। गुरुवार को राज्य सरकार ने इसकी स्वीकृति जारी कर दी है। शासन उप सचिव प्रथम भारतेन्द्र जैन ने इस संबंध में आदेश जारी किए है।
इसके अनुसार 1000 ग्रामीण क्षेत्र में विद्यालय रूपान्तरित किए जाने के लिए राजस्व गांव की जनसंख्या 5000 के स्थान पर 4000 एवं 4000 की जनसंख्या वाले गांवों में भी उपयुक्त विद्यालय उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में 3000 की जनसंख्या वाले गांवों में भी संचालित किए जा सकेंगे। इसी तरह यदि पर्याप्त स्थान की उपलब्धता हो तो दो अलग-अलग विंग में हिन्दी माध्यम व अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पृथक-पृथक रूप से एक ही पारी में संचालित किए जा सकेंगे।
यदि भवन, दोनों विद्यालयों को एक ही पारी में संचालित किए जाने हेतु पर्याप्त न हो तो प्रथम पारी में अंग्रेजी माध्यम एवं द्वितीय पारी में हिन्दी माध्यम विद्यालय को संचालित किए जा सकेंगे। गौरतबल है कि अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की मुख्य मंत्री की घोषणाओं की क्रियान्विति की जा रही है।
