होली की रंगत : हड़ाऊ-मेहरी में चली नौक-झौंक, गीतों से किया मंत्रमुग्द, रम्मत देखने के लिए उमड़ा सैलाब, बारहगुवाड़ में ओझा-छंगाणी जाति में डोलची मार पानी का खेल, देखें वीडियो…
बीकानेरNidarindia.com ‘थारों वचन ए सुणवना रे…थारों हवेली री रो हेलो रे…थे झरोखे बैठे झेलो…थोरें आंखडल्यों रो पोणी रे, ज्यों झीणी केसर छाणी…सरीखे गीतों की करतल