दर्शनार्थियों की लगी कतार, अलौकिक छवि देकर विभोर हुए श्रद्धालु, पुलिस रही तैनात
बीकानेरNidarindia.com हर-हर महादेव…ओम नम: शिवाय…शिव ऊपर जल धारा…के जयकारों की गूंज। शंख नाद की करतल ध्वनि। यह नजारा शनिवार को शिवबाड़ी स्थित लालेश्वर महादेव मंदिर में साकार हो रहा था। जहां पर बड़ी संख्या में आस्थावान श्रद्धालु भगवान शंकर के अलौकिक स्वरूप का दर्शन करने के लिए पहुंचे। अवसर था शिवबाड़ी मेले का। परम्परा के अनुसार आज भगवान शंकर का आज स्वर्ण आभूषणों से दिव्य श्रृंगार किया गया। रियासतकाल से चली आ रही परम्परा का निर्वाह किया गया।




स्वर्ण जडि़त आभूषण मेले के बाद राज खजाने में ही वापस रखें जाते है। वर्ष में एक बार श्रावण शुक्ल दशमी को आज के दिन ही यह आभूषण पुलिस के पेहरे में बाहर निकाले जाते है। इससे पूर्व सुबह से ही अभिषेक और पूजन का सिलसिला जारी रहा। मंदिर में दर्शनार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई। पुलिस प्रशासन भी तैनात रहा। प्रात: काल की महाआरती की गई।
सुबह पांच बजे से अभिषेक
शिवबाड़ी महंत विमर्शानंदगिरी महाराज के सान्निध्य में सुबह 5 बजे अभिषेक किया गया। श्रृंगार के बाद आरती हुई। पूजा अर्चना का सिलसिला रात 10 बजे तक चला। दिनभर मंदिर परिसर में भक्तों की रेलमपेल रही। इस दौरान अल सुबह से ही दर्शनार्थियों का तांता लगने लगा। महाराज ने शिव भक्ति की महिमा बताई। मंदिर में मानव प्रबोधन प्रन्यास के तत्वावधान में श्रद्धालुओं के लिए शीतल जल की व्यवस्था की गई। मंदिर को रंगीन रोशनियों से सजाया गया।


मेले में उठाया लुत्फ
मंदिर के बाहर अस्थाई दुकाने सजी गई। प्रसाद, पुष्प मालाओं के साथ ही चाट.पकौड़ी की दुकानों पर महिलाओं और बच्चों की भीड़ रही। बच्चों ने खाने-पीने के साथ ही झूलों का भी लुत्फ उठाया। आयोजन समिति के कन्हैयालाल पंवार ने बताया कि दर्शानार्थियों की सुविधा के लिए शीतल जल की व्यवस्था, नि:शुल्क साईकिल,स्कूटर स्टेण्ड और जूता स्टेण्ड की व्यवस्था की गई।
