बीकानेरNidarindia.com तेरापंथ धर्मसंघ के ११वें अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण ने दो दिन बीकानेर प्रवास के बाद मंगलवार को उपनगर गंगाशहर में शोभायात्रा के साथ प्रवेश किया। जहां, श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ, गंगाशहर और सकल जैन समाज सहित 36 कौम के लोगों ने आचार्य का स्वागत व अभिनंदन किया।
तेरापंथ महिला मंडल, कन्या मंडल, किशोर मंडल, युवा परिषद् सहित बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने आचार्य के आगमन पर मार्ग में पलक-पावड़े बिछा दिए। ‘जय-जय महाश्रमण के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया। जगह-जगह स्वागत द्वार लगाए गए, जहां श्रावकों के लिए शीतल पानी, शर्बत और पेय पदार्थों की सेवाएं दी गई। इस अवसर पर तेरापंथ भवन, गंगाशहर में वृहद मंगल पाठ, गुरुवंदना व प्रतिक्रमण एवं अर्हत वन्दना कार्यक्रम आयोजित हुए। इस मौके पर आचार्य महाश्रमण ने कहा कि वे जो भी कार्य करें, ईमानदारी से करें, जो व्यक्ति ईमानदारी रखता है, उसके पास और कुछ हो ना हो लेकिन सुख बहुत रहता है। इसके लिए आचार्य ने आत्मा को मित्र बनाने की बात कही। तुम ही तुम्हारे मित्र हो, बाहर के मित्र की क्या इच्छा कर रहे हो, यानि और कोई आदमी तुम्हारा मित्र नहीं है। तुम्हारा सच्चा मित्र तुम्हारी आत्मा है।
महापौर ने सौंपी नगर की चाबी
आचार्य महाश्रमण के आगमन पर तेरापंथ सभा गंगाशहर की ओर से आयोजित कार्यक्रम में महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने निगम पार्षदों के साथ पहुंचकर आचार्य से आशीर्वाद लिया और उन्हें प्रतिकात्मक रूप से नगर की चाबी भेंट की, यह चांदी से निर्मित चाबी थी। इस मौके पर महाश्रमण ने कहा कि किसी घर की चाबी किसी को सौंप देना बहुत बड़ी बात होती है। नगर निगम बीकानेर का कार्य आप लोग अच्छे से कर रहे हैं, यह चाबी आप अपने पास रखें और अच्छा कार्य करते रहें।
महाश्रमण ने कहा कि आप शहर को नशा मुक्त करने, स्वच्छ रखने का कार्य ईमानदारी से करें। महापौर सुशीलाकंवर राजपुरोहित ने आचार्य से उनके बताए मार्ग का अनुसरण करने की बात कही। इस अवसर पर आचार्य के साथ निगम के पार्षदों ने संवाद भी किया। इस दौरान पूर्व महापौर नारायण चौपड़ा, पार्षद भंवर साहू, रामदयाल पंचारिया, शिव पडि़हार, अशोक कुमार माली, माणक लाल, हसनअली टाक, अरविन्द किशोर आचार्य, फारुक चौहान, अनामिका शर्मा, सुधा आचार्य, प्रतीक स्वामी, नन्दकिशोर गहलोत, मंजूदेवी सोनी, सुमन छाजेड़, पुनित शर्मा एवं कविता सहित शहर भाजपा के महामंत्री मोहन सुराणा पूर्व अध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य, अरुण जैन शामिल थे।
अभिनन्दन समारोह में मांगा चातर्मास
जैन महासभा के अध्यक्ष जैन लूनकरण छाजेड़ ने बताया कि साध्वी प्रमुखा विश्रुत विभा ने तेरापंथ धर्मसंघ के विस्तार में गंगाशहर के योगदान के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देकर आचार्य को अवगत कराया। साथ ही आवश्यकता जताई की गंगाशहर में आपके सानिध्य में एक चातर्मास की महत्ती आवश्यकता है।
सेवा केन्द्र प्रमुखा कीर्ती लता ने गुरु की महिमा का बखान किया। श्रेयांष कुमार ने स्वागत गीत जैन जगत के महाश्रमण, अभिनन्दन, महासूर्य अभिनन्दन प्रस्तुत किया।
श्री जैन तेरापंथी सभा, गंगाशहर के अध्यक्ष अमरचंद सोनी ने सभा की ओर से स्वागत अभिनंदन किया। साथ ही सकल जैन समाज की ओर से चातर्मास का आने वाले समय में कार्यक्रम गंगाशहर में रखने का आग्रह किया। श्रावक सुर्यप्रकाश सामसुखा,अणुव्रत समिति के राजेन्द्र बोथरा, पार्षद सुमन छाजेड़, तेरापंथ न्यास के मंत्री कन्हैयालाल फलोदिया, रतनलाल छल्लाणी, मिलाप चौपड़ा ने भी अपने उद्बोधन में संघ की ओर से किए जा रहे कार्यों से आचार्य को अवगत कराया।
तेरापंथ महिला मंडल एवं युवक मण्डल ने अलग-अलग गीतों की प्रस्तुती दी।
अहिंसा मार्ग का हुआ लोकार्पण
आचार्य महाश्रमण के गंगाशहर पधारने पर नगर निगम की ओर से पूर्व में घोषित किए गए अहिंसा मार्ग का लोकार्पण आचार्य श्री द्वारा किया गया। जैन महासभा के लूनकरण छाजेड़ ने बताया कि चौपड़ा स्कूल से लेकर भीनासर के बांठिया स्कूल तक यह मार्ग निगम ने अहिंसा मार्ग की अधिकारिक घोषणा की हुई है। आचार्य के शुभागमन पर मार्ग का लोकार्पण किया गया है। वहीं ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा मार्ग में गंगाशहर के तेरापंथ इतिहास को दर्शाती झांकियां सजाई गई।