बीकानेरNidarindia.com शिक्षा निदेशालय के आगे सात जून को शिक्षक संगठन रेसा का प्रदेशव्यापी प्रदर्शन, धरना था। इसके बाद संगठन के पदाधिकारी निदेशालय के मुख्य भवन में पहुंचे और वहां पर सभी गेट बंद कर दिए।
इसके बाद वहां मौजूद कर्मचारियों ने उन्हें रोका, लेकिन वो नहीं माने। इससे आहत राजस्थान शिक्षा विभागीय संयुक्त कर्मचारी संघ ने उक्त घटनाक्रम में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने की मांग उठाई है। गुरुवार को निदेशालय में कार्यरत कर्मचारी संघ के कार्मिकों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
साथ ही उक्त घटना को लेकर निंदा प्रस्ताव पारित किया। बाद में एक ज्ञापन निदेशक के नाम सौंपा। इसमें संघ के पदाधिकारियों का आरोप है कि उक्त संगठन के लोगों ने जबर्दस्ती ढंग से मुख्य कार्यालय के प्रवेश द्वार बंद कर दिए, कर्मचारियों से भी गहमागहमी हुई। अन्य प्रशासनिक भवन एवं अतिरिक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा के भवन में राजकीय कार्य से जाने वाले कर्मचारियों को आगन्तुको के लिए रखी गई बेंचों को गेट के आगे लगाकर रास्ता रोक दिया।
वहां कार्यरत कर्मचारियों की आवाजाही को बाधित किया गया। इस मामले को लेकर निदेशक से कड़ी कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। गुरुवार को संयुक्त संघ के आनंद कुमार साध, कृष्णकांत व्यास, सत्यनारायण व्यास, मधु सुदन, सुनील स्वामी सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्मिक शामिल हुए।