कोलकाता.बीकानेरNidarIndia.com शारदीय नवरात्रा में देवी उपासना का विशेष महात्म है। यही वजह है कि देशभर में नवरात्रा का पर्व हषोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। वहीं बंगाल में इस नवरात्रा में दुर्गा पूजा महोत्सव मनाया जा रहा है। इस क्रम में गली-गवाड़ से लेकर हर छोटे-बड़े जिले में दुर्गा पूजा पंड़ाल सजे हैं। कोलकाता महानगर में कई स्थानों पर बड़े-बड़े पंड़ाल बनाए गए हैं, जहां पर देवी की कई तरह के रूपों का दर्शन होता है। बड़ा बाजार क्षेत्र में कई स्थानों पर देवी पंड़ाल बनाए गए हैं।
दो साल कोरोना काल के बाद इन दिनों दुर्गा पूजा महोत्सव में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में देश के अन्य शहरों से आस्थावान लोग कोलकाता पहुंचे है। बंगाल की दुर्गा पूजा विश्व भर में विख्यात है। यहा के मूर्तिकार अपनी बेहद अनुठी कला के हुनर से देवी के रूप साकार कर देते हैं। देवी उपासना के इस पर्व से पूरे माहौल में भक्तिरस की सरिता बह रही है। दशमी के दिन दुर्गा माता को विदाई दी जाएगी, इस दिन प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।
फीचर झलक…कोलकाता महानगर में अलग-अलग क्षेत्रों में सजे पंड़ालों में विराजमान देवी के विभिन्न स्वरूप।
बीकानेर बंगाली समाज निभा रहा परमपरा…
बीकानेर में रानी बाजार स्थित प्राचीन बंगाली मंदिर में बीते कई दशकों से दुर्गा पूजा महोत्सव बंगाली संस्कृति के अनुसार ही मनायाा जाता है। बीकानेर बंगाली समाज पूरी श्रद्धाभाव से पूजा महोत्सव मनाते हैं, इसमें सिन्दुर खेला सहित सभी परम्पराओं को निभाया जाता है। बीकानेर बंगाली मंदिर में आज भी देवी की प्रतिमाओं को आकार देने के लिए कलाकार बंगाल से ही आते हैं, वहीं से वो विशेष मिट्टी लेकर आते हैं। बंगाली मंदिर में भी दुुर्गाष्टमी पर विशेष पूजा होगी, दशमी के दिन प्रतिमा विसर्जन किया जाएगा। मंदिर कमेटी से जुड़े पल्लव मुखर्जी ने ‘निडर इंडियाÓ को बताया कि शुक्रवार शाम को प्रतिमाओं की विधि विधान से प्राण प्रतिष्ठा होगी। पूजा-अर्चना, आरती के बाद प्रतिमा को दर्शन के लिए खोला जाएगा। पूजा के लिए बंगाल से विशेष पंडि़त बीकानेर आए हैं।
रिपोर्ट : बीकानेर से रमेश बिस्सा, कोलकाता से फोटो स्टोरी, सत्यनारायण जोशी।