बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।



बारिश के बाद अब मच्छर जनित बीमारियां फैलने की चिन्ता स्वास्थ्य विभाग को सताने लगी है। इसको लेकर विभाग हरकत में आ गया है।
मौसमी बीमारियों की रोकथाम को लेकर आयोजित शहरी अस्पतालों के चिकित्सा अधिकारियों व स्वास्थ्य कर्मियों की समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने अगले 15 दिन में शहरी क्षेत्र के प्रत्येक घर तक कोई ना कोई स्वास्थ्य कर्मी का पहुंचना सुनिश्चित करें और डेंगू मलेरिया रोकथाम को लेकर वर्तमान में जारी सर्वे राउंड को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण करने के निर्देश जारी किए।
मुक्ताप्रसाद नगर स्थित सभागार में आयोजित बैठक में डिप्टी सीएमएचओ स्वास्थ्य डॉ लोकेश गुप्ता ने डेंगू मलेरिया के विरुद्ध अभियान को मिशन मोड पर लेने के लिए सभी चिकित्सा अधिकारियों को पाबंद किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपने क्षेत्र में डेंगू के अधिक केस आने पर चिकित्सा अधिकारी को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार माना जाएगा। डेंगू मलेरिया के प्रसार हेतु वर्तमान मौसम के अत्यधिक अनुकूल होने के कारण इस कार्यवाही को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने आ रहे डेंगू केस, की जा रही सर्वे गतिविधियों तथा वर्तमान परिदृश्य की सेक्टर वार समीक्षा की।
एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह राठौड़ ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक घर तक पहुंचे स्वास्थ्य कर्मी द्वारा वहां पानी के पात्रों की जांच की जाए, लार्वा मिलने पर उसे नष्ट करवाया जाए, घर के सदस्यों को एंटी लारवा कार्रवाई का प्रशिक्षण दिया जाए, यदि कोई बुखार का रोगी मिले तो उसकी मलेरिया स्लाइड बनाकर अस्पताल जांच हेतु भेजा जाए, इसी के साथ पेयजल में टेमीफ़ोस एवं खुले पड़े गंदे पानी पर एमएलओ का छिड़काव भी स्वास्थ्य कर्मी द्वारा किया जाए।



उन्होंने मलेरिया डेंगू रोकथाम को लेकर तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया। सहायक मलेरिया अधिकारी अशोक व्यास तथा डाटा मैनेजर प्रदीप कुमार चौहान ने एंटी लारवा तथा एंटी एडल्ट गतिविधियों का विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया।
बैठक के दौरान जिला सलाहकार महेंद्र जायसवाल और मोनिका शर्मा द्वारा असंक्रामक रोग नियंत्रण कार्यक्रम से संबंधित समीक्षा की गई। बैठक में समस्त शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (जनता क्लिनिक) के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मी शामिल हुए।
