बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।


शहर की आबादी लगातार बढ़ रही है। अब नगर विकास न्यास से बीकानेर प्राधिकरण भी बन गया है। इसके बावजूद पटाखा उद्योग के लिए अभी तक कोई स्थायी मार्केट नहीं है। इस उद्योग से जुड़े व्यापारी बीते 13 साल से इसकी मांग उठाते आ रहे हैं, लेकिन फायर वर्क्स मार्केट के लिए अभी तक प्रशासन किसी भी तरह का भूखंड ही मुहैया नहीं कर सका। पटाखा बाजार विकसित करने के लिए व्यापारियों ने औपचारिकताएं पूरी कर दी थी, इसके बाद भी 13 साल से फाइल अटकी है। इससे पटाखा कारोबार पर संकट भी मंडरा रहा है।
हालात को देखते हुए शुक्रवार को बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया, सचिव वीरेंद्र किराड़ू और गुरदीप शर्मा ने बीकानेर विकास प्राधिकरण आयुक्त अपर्णा गुप्ता से मुलाकात की। साथ ही आतिशबाजी मार्केट के लिए भूखंडों का भौतिक कब्जा उपलब्ध करवाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधि मंडल ने आयुक्त को अवगत कराया कि बीकानेर की फायर वर्क्स एसोसिएशन जो कि आतिशबाजी मार्केट के लिए बीते 13 साल से संघर्ष करती आ रही है। वहीं 2013 में शिवबाड़ी क्षेत्र में आतिशबाजी मार्केट के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया की शूरूआत हुई और इसके लिए स्थाई अनुज्ञापत्र धारकों से आवेदन भी मांगे गए और साथ ही धरोहर राशि भी जमा करवाई गई बाद में लौटरी से 38 आवेदकों को भूखंड आवंटित किये गये और मार्केट का शिलान्यास कर मूलभूत सुविधाओं के लिए 50 लाख का टेंडर भी निकाला गया लेकिन आचार संहिता लग जाने से अब तक भौतिक कब्जा नहीं मिल पाया है। वर्तमान में प्रसासन द्वारा अनुज्ञापत्र जारी करने में कई क्षेत्र पाबन्द कर दिए जाने और आतिशबाजी मार्केट का भौतिक कब्जा ना मिलने से पटाखा व्यवसाइयों को भारी नुकसान हो रहा है |



