बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।




डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से कार्यालय में मंगलवार को श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। जिलाध्यक्ष सुमन छाजेड़ की अगुवाई में इस कार्यक्रम में भाजपा नेताओं ने मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजिल अर्पित किए।
इस मौके पर सुमन छाजेड़ ने कहा डॉ. मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता में हुआ था, जनसंघ के संस्थापक डॉ. मुखर्जी ने 23 जून 1953 को कश्मीर में अंतिम सांस ली मुखर्जी ने ‘एक देश में दो विधान, दो निशान, दो सरकार नहीं चलेगी’ का नारा दिया था इस लक्ष्य के लिए उन्होंने आंदोलन भी किया।
पूर्व जिलाध्यक्ष विजय आचार्य ने कहा श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि कश्मीर हमारा है और कश्मीर में एक विधान एक निशान और एक प्रधान होना चाहिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 हटाकर वह सब कुछ कर दिखाया जो श्यामा प्रसाद मुखर्जी की इच्छा थी उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान व्यर्थ नहीं गया जो वह चाहते थे उनके सोच के अनुसार ही कश्मीर में धारा 370 हटाया गया।

रामेश्वर पारीक ने बताया कि उस समय प्रधानमंत्री की कार्यशैली से आहत होकर ही श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया और संघ का साथ लेकर निकल पड़े भारतीय जनसंघ राजनीति में आगे बढ़ने लगा. तब कश्मीर का झंडा अलग था कानून अलग था।
श्रद्धांजलि सभा में पूर्व जिलाध्यक्ष विजय आचार्य,ओबीसी मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष चंपालाल गैदर, महामंत्री मोहन सुराणा, श्याम सुंदर चौधरी, नरेश नायक, उपाध्यक्ष हनुमान सिंह चावड़ा, बाबूलाल गहलोत, रामेश्वर पारीक जिला मंत्री मनीष सोनी, संगीलाल गहलोत, भारती अरोड़ा, अनु सुथार, कौशल शर्मा, कुणाल कोचर,राजाराम सीगड़, चंद्र मोहन जोशी, भंवर जांगिड़, जसराज सिंवर, प्रेम गहलोत, धर्मपाल डूडी, अजय खत्री, पंकज अग्रवाल, दिलीप सिंह राजपुरोहित, भवानी पाईवाल, सरिता नाहटा, गजेंद्र सिंह भाटी, निशांत गौड, विनोद करल, करण नायक, राहुल पारीक, सुखचेन नायक, इंदु खत्री, सुभाष वाल्मीकि, महेंद्र ढाका, फारुख चौहान के साथ भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
