दिल्ली डेस्क, निडर इंडिया न्यूज।
भारतीय कम्युनिष्ट नेता और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जाने माने नेता सीताराम येचुरी का आज निधन हो गया। वे 72 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। सीताराम येचुरी को बीते कुछ समय से सांस की शिकायत थी। उन्हें निमोनिया के उपचार लिए 19 अगस्त को एम्स में भर्ती किया गया था। वहां उनका संक्रमण गंभीर हो गया जिसके बाद उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष आईसीयू में रखा गया था।
सीपीआई (एम) ने अपने पार्टी नेता के निधन की पुष्टि की है। सीताराम येचुरी का पार्थिव शरीर 14 सितंबर को दिल्ली में सीपीआई (एम) के पार्टी मुख्यालय में रखा जाएगा। जहां उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे। इसके बाद येचुरी की इच्छा के अनुसार उनके शव को मेडिकल रिसर्च के लिए एम्स हॉस्पिटल को दान कर दिया जाएगा.
पार्टी के वरिष्ठ नेता
सीताराम येचुरी भारत की राजनीति में बीते कई दशकों से अग्रिम पंक्ति के नेता थे।दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एक छात्र नेता के तौर पर उन्होंने राजनीति में पैर रखा। वह सीपीआई (एम) की छात्र ईकाई एसएफआई के नेता बने और बाद में सीपीआई (एम) में शामिल हो गए।
वर्ष 1984 में येचुरी पार्टी की सेंट्रल कमिटी के सदस्य बने।वह वर्ष 1992 से सीपीआई (एम) की प्रभावशाली पोलित ब्यूरो के सदस्य थे। वर्ष 2015 में प्रकाश कारत के बाद उन्हें पार्टी महासचिव का दायित्व सौंपा गया। वह वर्ष 2005 से 2017 तक पश्चिम बंगाल से राज्य सभा सांसद रहे।
चेन्नई में हुआ था जन्म
सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1952 को चेन्नई में एक तेलुगू भाषी परिवार में हुआ था। उनके पिता आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में इंजीनियर थे और उनकी मां भी सरकारी कर्मचारी थी।