बीकानेरNidarindia.com
‘माता के ए म्हारे टाबरियो रे ठंड झाला देवो ए…मां भगवती से परिवार में सुख-समृद्धि की कामना के साथ ही रंगों का पर्व होली की विधिवत समाप्ति हुई। धुलंड़ी को दिनभर रंग और गुलाल से साराबोर रहे गेवरियों ने शाम ढलने के बाद मां भगवती का गुणगान कर हंसी-खुशी से इसी तरह अगली बार भी त्योहार मनाए ऐसी कामना की।
धुलंड़ी को सुबह से ही शहर में मस्ती छाई रही। हर तरफ रंग-गुलाल से रंगे चेहरे नजर आए। अपनी अपनी टोलियां बनाकर लोगों ने होली मनाई। दोपहर बार में मानो पूरा शहर ही नत्थूसर गेट बाहर एकत्रित हो गया। जहां पर पारम्परिक रूप से तणी तोडऩे की रस्म निभाई गई। इस दौरान आसमान में गुलाल का गुब्बार सा छा गया।
अलग-अलग जाति के लोगों की गेर इसमें शामिल हुए। मंगलवार सुबह से लोग एक दूसरे के यहां रामा-सामा करने के लिए निकल गए। होली की मस्ती के बाद अब बड़ों से आशीर्वाद लेने की परम्परा का निर्वाह कर रहे हैं।
होली की मस्ती कुछ झलक…