बीकानेरNidarindia.com
इंदिरा गांधी नहर परियोजना में कार्यरत अभियंताओं के साथ बीते दिनों हुई मारपीट के बाद से नहर कार्मिकों में रोष है। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आईजीएनपी के अभियंताओं ने काम का बहिष्कार कर रखा है। विरोध की कड़ी में गुरुवार को सभी आक्रोशित अभियंता कलेक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं।

आईजीएनपी के अभियंता के साथ पांच जनवरी को गिर्राजसर डिस्ट्री पर कुछ लोगों ने मारपीट की थी। इसके बाद अभियंता विनोद मीना ने 05 नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। लेकिन मारपीट के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से अभियंताओं में आक्रोश है। कनिष्ठ अभियंता सुरेन्द्र बिश्नोई ने रोष जताते हुए कहा कि पानी चोरी रोकने के लिए जाने वाले अभियंताओं से मारपीट की घटनाएं आम होती जा रही है। इसमें अधीक्षण अभियंता, अधीशासी अभियंता, सहायक और कनिष्ठ अभियंता से बेलदार तक सभी के साथ मारपीट हुई है।
इंदिरा गांधी नहर परियोजना, संयुक्त संघर्ष समिति और सभी यूनियनों ने रोष जताते हुए कहा कि जब तक नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी कर चालान पेश नहीं किया जाता। भविष्य में इंजीनियर्स की सुरक्षा के लिए नहर निरीक्षण के दौरान जाती तब तक टीम उपलब्ध नहीं कराई जाएगी। धरना और कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। संगठन के पदाधिकारियों ने सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। धरने में अध्यक्ष बलराम जाखड़, सुभाष, सुनिल कजला, बजरंग सिंह, योगेश, इमरान, रामधन, वीर बादल, पंकज,राजू राम, हरी ओम ,शाहरुख, रोहित, देवीलाल, सत्यनारायण, सुरेंद्र कुमावत, संदीप, भंवर लाल, बालमुकुंद, भरत कुमावत, सुनिल कस्वां सहित आईजीएनपी के अभियंता शामिल हुए।


