आस्था : कोलकाता के सोनागाछी की मिट्टी से बनी प्रतिमा छठ को होगी स्थापित, बीकानेर में बंगाली समाज की दुर्गापूजा का 81 वां साल - Nidar India

आस्था : कोलकाता के सोनागाछी की मिट्टी से बनी प्रतिमा छठ को होगी स्थापित, बीकानेर में बंगाली समाज की दुर्गापूजा का 81 वां साल

  • बीकानेर में साकार होगी बंगाल की संस्कृति

  • दुर्गा पूजा की दिखेगी झलक

  • दशमी को निभाई जाएगी सिन्दुर खेला की परम्परा

  • कई स्थानों पर होता है महोत्सव

रमेश बिस्सा

बीकानेरNidarindia.com
पश्चिम बंगाल की तर्ज पर बीकानेर में भी दुर्गा पूजा महोत्सव की झलक देखने को मिलेगी। इसके लिए तैयारियां अंतिम चरण में है। बंगाल से आए कलाकारों ने प्रतिमाओं को आकार  दिया है। अब पांचवें और छठे नवरात्रा से देवी प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद आमजन दर्शन कर सकेंगे। शहर में रानी बाजार क्षेत्र की शर्मा कॉलोनी स्थित प्राचीन बंगाली मंदिर में आज भी बंगाल की परम्परा के अनुसार ही दुर्गापूजा महोत्सव मनाया जाएगा। वहीं भीतरी परकोटे कई स्थानों पर पूजा महोत्सव होंगे।

बंगाल के सोनागाछी की मिट्टी से तैयार हुई प्रतिमा
रानी बाजार स्थित बीकानेर बंगाली समाज संस्थान मंदिर में दुर्गापूजा महोत्सव की तैयारियां चरम पर है। संस्था के सचिव बिश्वजीत घोषाल ने बताया कि बंगाल के हावड़ा जिले से आए मूर्तिकार प्रदीप सरदार और उनकी टीम ने बंगाली मंदिर के लिए दुर्गा माता की प्रतिमा तैयार की है। प्रतिमा बनाने में करीब एक माह का समय लगा है। परम्परा के अनुसार इस मूूर्ति को बनाने के लिए बंगाल के सोनागाछी की मिट्टी लाई गई। साथ ही गंगा की मिट्टी, लकड़ी, घास इत्यादि से प्रतिमा को तैयार किया गया है।

20 अक्टूबर को प्राण प्रतिष्ठा, 24 को सिन्दुर खेला की परम्परा
बंगाली मंदिर में 20 अक्टूबर को प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके बाद 21 अक्टूबर को महा सप्तमी का विशेष पूजन होगा। महाअष्टमी 22 अक्टूबर को पुष्पांजलि, भोग, आरती की जाएगी। विजया दशमी पर 24 अक्टूबर को सुबह 9ः30 बजे दशमी पूजन होगा। वहीं 11:30 बजे दर्पण विसर्जन और 12 बजे सिन्दुर खेला की परम्परा निभाई जाएगी। इसी दिन दोपहर बाद 3 बजे प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।

बीकानेर में 1942 से पूजा
बंगाली समाज संस्थान के सचिव के अनुसार समाज  की ओर से बीकानेर में 1942 से दुर्गा पूजा महोत्सव मनाया जा रहा है, वहीं रानी बाजार के शर्मा कॉलोनी स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर में 1959 से यह महोत्सव मनाया जा रहा है। इसमें बीकानेर में रहने वाले करीब 60 से 70 बंगाली परिवार भागीदारी निभाते हैं।

यहां 23 साल से मनाया जा रहा
भीतरी परकोटे में सदाफतेह में विष्णु देराश्री के निवास पर बीते 23 साल से बंगाल की परम्परा के अनुसार ही दुर्गापूजा महोत्सव मनाया जा रहा है। संकरी गली में स्थित अपने निवास पर देराश्री परिवार पूरी श्रद्धा भाव से देवी माता की पूजा.अर्चना करते हैं। इस बार भी बंगाल के कलाकारों से ही मूर्ति बनवाई गई है। परिवार के अभिषेक देराश्री ने बताया इस बार भी पांचवें नवरात्रा के दिन देवी प्रतिमा को विधि विधान से बिठाया जाएगा। इसके बाद दशमी तक विशेष पूजन किए जाएंगे। अंतिम दिन सिन्दुर खेला और विसर्जन किया जाएगा। नौवें नवरात्री को बंगाल की विशेष खिचड़ी का प्रसाद बनाया जाएगा।

यहां भी होगा महोत्सव
शहर में मोहता चौक, नत्थूसर गेट, लखोटिया चौक, चोथानी ओझा चौक, रानी बाजार ओद्योगिक क्षेत्र, काश नदी, बेनीसरबारी बाहर सहित क्षेत्रों में दुर्गापूजा महोत्सव मनाया जाता है।

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