बीकानेरNidarindia.com ‘बाबा थारी जय बोलेंगे, बाबा थारी जय बोलेंगे…शनिवार को पूनरासर मंदिर में इस तरह के जयकारें फिजाओं में गूंज रहे हैं, तो बीच-बीच में बाटी-चूरमे की सौंधी महक भी आ रही है। जिधर देखों श्रद्धालु बाटियां सेक रहे हैं। कोई चावल दाल, चूरमे का भोग लगाने के लिए कतार में ही खड़ा है।



मंदिर परिसर में कई संस्थाओं की ओर से दाल.बाटी चूरमा बनाकर पूनरासर बाबा के भोग लगाया गया। इसमें परम्परा के अनुसार मंदिर के पुजारी से आटा, शक्कर और घी प्रसाद के रूप में लाकर अपने यहां बनाई गई सामग्री में मिलाया। दर्शन के लिए लंबी कतारें सुबह से ही देखी जा रही है। आज अल सुबह से ही मंदिर में दर्शनार्थियों की रेलमपेल है। बड़ी संख्या में पैदल जातरू आए है, तो बसों, निजी वाहनों से भी सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर में पहुंच चुके हैं।
खास पूजा के साथ शुरू
पूनरासर बालाजी मंदिर में आज का सालाना भादवा मेला खास पूजा के साथ शुरू हुआ। यह पूजा शनिवार तडक़े चार बजे शुरू हुई। बाबा की अंगी-श्रृंगार हुआ। भोग लगा और साढ़े चार बजे हुई महाआरती। इस पूजा में निज मंदिर में होते हैं सिर्फ पुजारी परिवार और चुनिंदा लोग। पुजारी रतनलाल बोथरा ने यह महाआरती की। पूजा पूरी होने के साथ ही देशभर से आये श्रद्धालुओं के भादवा मेला दर्शन द्वार खुल गए।
तीन दिन का मेला, लाखों श्रद्धालु
पूनरासर मेला यूं तो बीकानेर से संघ रवानगी के साथ शुरू हो गया। यह तीन दिन चलता है और लगभग तीन लाख लोग यहां पहुंचते हैं। पूरा मेला परिसर श्रद्धालुओं से खचाखच भरा है। अलसुबह से दर्शनार्थियों की लंबी कतार लगी है।



अखंड रामचरित मानस पाठ की गूंज रही चौपाइयां
पूनरासर पारायण समिति की ओर से पूनरासर धाम में रामायण चौकी खेजड़ी मंदिर के आगे अखंड रामायण पाठ किए जा रहे है। समिति के राजकुमार व्यास ने बताया कि इस बार भादवा मेले में 58 वें वर्ष में प्रवेश कर हैं। 21 सितंबर को सुबह बीकानेर से पूनरासर के लिए रवाना होकर समिति के सदस्य व पदाधिकारी पूनरासर पहुंचे थे। मंदिर परिसर में 22 सितंबर को सुबह गणेश पूजन के बाद अखंड रामायण पाठ का अनुष्ठान शुरू किया गया है। इसकी पूर्णाहुति आज शाम को होगी। इसके बाद प्रसाद का वितरण किया जाएगा। आयोजन में मनमोहन मारू, संदीप व्यास, किसन चांडक़, पंडि़त अरूण व्यास, सोमनाथ, सीटू कल्ला, भंवर पुरोहित, प्रेम सागर, नरेश पुरोहित, राजू कलवाणी, लालजी जोशी, अजय मारू, रूपकिशोर सहित सदस्य भागीदारी निभा रहे हैं।
सेवा में ही जुटे हैं
मंदिर परिसर में इस बार श्री नाहरसिंह सेवा समिति, मोड़ा मंडल सहित कई संस्थाएं इस बार मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों को भोजन की सेवा दे रही है। आग्रह पूर्वक श्रद्धालुओं को दाल-बाटी चूरमे का भोजन कराया जा रहा है। वहीं मारूती सेवा समिति की ओर से मंदिर परिसर के समीप ही पदयात्रियों के लिए नहाने की व्यवस्था की गई है।
मंदिर में धोक लगाकर हुए रवाना
मंदिर में भीड़ अधिक होने के कारण बीकानेर से पहुंचे पैदल यात्री बड़ी संख्या में पूनरासर के धोक लगाने के बाद वापस आ गए हैं। कई श्रद्धालु तो पूनरासर की ध्वजा के दर्शन करने के साथ ही लौट रहे है। मंदिर में शाम को महाज्योत की जाएगी। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भागीदारी रहेगी। पैदल पहुंचने वालों में कई आस्थावान लोग शाम की ज्योत के दर्शन करने के बाद ही लौटेंगे।
बसों में उमड़े श्रद्धालु…
इस बार रोडवेज की और से मेला स्पेशल बसें चलाई गई है। इस कारण इन बसों में भी पैर रखने की जगह नहीं है। शनिवार को बीकानेर से सुबह 6 बजे पहली बस रवाना हुई थी। शाम चार बजे तक करीब 50 बसें पूनरासर जा चुकी है, वहां से आ भी रही है। यात्रियों की सुविधा के अनुसार रोडवेज बसें लगा रहा है। बीकानेर आगार प्रबंधक अंकित शर्मा के अनुसार मेले को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। खासकर महिलाएं इस बार रोडवेज बसों में पूनरासर धाम के दर्शन के लिए जा रही है।
