बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
राजस्थान पशुचिकित्सा और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीकानेर के कुलगुरु डॉ. सुमन्त व्यास ने सोमवार को समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने वेटरनरी विश्वविद्यालय की ओर से वेटरनरी महाविद्यालय बीकानेर, वेटरनरी महाविद्यालय उदयपुर एवं डेयरी महाविद्यालय, बीछवाल द्वारा सामाजिक दायित्व के तहत गोद लिए गए तीन गांवों में संपादित कार्यों की समीक्षा की और भविष्य की कार्यों योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सुझाव एवं दिशा निर्देश प्रदान किए।



कुलगुरु डॉ. सुमन्त व्यास ने राज्य सरकार की कार्ययोजना को गांव में प्रभावी तरीके से सम्पादित करवाने, ग्रामीण महिलाओं, युवाओं एवं विद्यार्थियों में कौशल विकास को बढ़ावा देकर आर्थिक स्वावलम्बन को बढावा देने के सुझाव दिये। कुलगुरु डॉ. सुमंत व्यास ने गांव में बिजली, पानी जैसे मुलभूत आवश्यकताओं को चिन्हित करके गांव के सरपंच, स्थानीय प्रशासन एवं सम्बंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर निराकरण का भी सुझाव दिया।

कुलगुरु डॉ. व्यास ने विश्वविद्यालय की विभिन्न इकाईयों द्वारा विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सामाजिक सरोकार के कार्यों को प्रभावी बनाने के दिशा निर्देश प्रदान किये। कार्यक्रम की शुरूआत में विश्वविद्यालय सामाजिक उत्तरदायित्व के नोडल अधिकारी एवं प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. राजेश कुमार धूड़िया ने विश्वविद्यालय द्वारा तीनों गांव में किये गये कार्यो का प्रगति का विवरण प्रस्तुत किया तथा आगामी कार्यों के प्रभावी निस्पादन के लिए विश्वविद्यालय की विभिन्न इकाईयों के योगदान के लिए जानकारी प्रदान की।
बैठक के दौरान अधिष्ठाता, वेटरनरी महाविद्यालय, बीकानेर प्रो. हेमन्त दाधीच, अधिष्ठाता, वेटरनरी महाविद्यालय, उदयपुर डॉ. एस.के. शर्मा, अधिष्ठाता डेयरी महाविद्यालय, बीछवाल, प्रो. राहुल सिंह पाल, डॉ. संजय सिंह एवं यूनिवर्सिटी सोशल रिस्पांसिबिलिटी के समन्वयक डॉ. टीकम गोयल, डॉ. सुनील कुमार और डॉ. प्रियंका कडेला मौजूद रहे।






