बीकानेर, निडर इंड़िया न्यूज।



श्रीराम के जयकारों की गूंज। वेद मंत्रों के संवेत स्वर। पुष्प वर्षा करते हुए साधु-सन्यासी। यह अलोकिक दृश्य मंगलवार रात को जैसलमेर राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित जवाहर पार्क में साकार हो रहा था। मौका है श्रीराम जानकी विवाह समारोह का। आज शाम को पहले बारात निकली। इसके बाद सजे-संवर मंडप पर वर माला की परम्परा को निभाया गया।
इसके साक्षी बने हजारों की तादाद में पहुंचे आस्थावान लोग। बीकानेर में अपने आप इस तरह के अनूठे धार्मिक अनुष्ठान साकार करने में बीकानेर मानस परिवार और समस्त सनातनियों ने अपनी अहम भागीदारी निभाई।
तीन दिवीसीय आयोजन में विवाह की सभी परम्पराओं को पूरी विधि विधान के साथ निभाया गया। मुख्य रूप से 23 नवंबर को हाथधान, हल्दी, मांगलिक गीतों का आयोजन हुआ। वहीं 24 नवंबर को दोपहर में मातृका स्थापना की गई। रात में गणेश परिक्रमा निकाली गई।
वहीं 25 नवंबर मंगलवार को सुबह बीकानेर के51 रघुनाथजी मंदिरों में अभिषेक पूजन किया गया। वहीं शाम को गाजे-बाजे के साथ बारात निकाली गई। भगवान श्रीराम की बारात विश्वकर्मा सर्किल से होते हुए परशुराम सर्किल, जस्सूसर गेट, बिन्नाणी चौक, रघुनाथ जी मंदिर, तेलीवाड़ा, मोहता चौक, बारह गुवाड़, नत्थूसर गेट, धर्मनगर द्वार होते हुए जवाहर पार्क के श्रीराम मंदिर पहुंची।


दशरथ नंदन चारों भाइयों की बारात निकली तो कई स्थानों पर पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। वरिष्ठ मानस पाठी राजेश चूरा , भंवर पुरोहित और मानस पाठी परिवार द्वारा पुष्प वर्षा और संतों का माल्यार्पण कर भव्य स्वागत और अभिनंदन किया गया। साथ में सभी बारातियों का पेय पदार्थ के साथ मनुहार की गई।
वर माला के साक्षी बने संत-सन्यासी
कार्यक्रम के संयोजक राष्ट्रीय संत सरजूदास महाराज के अनुसार रात 8:15 बजे वर-माला की परम्परा का निर्वाह किया गया। इस दौरान दूर-दराज से आए संतों ने पुष्प वर्षा की। इस दौरान पूरा परिसर भगवान राम के जयकारों से गूंज उठा। कार्यक्रम में पंड़ित जुगल किशोर ओझा, पंड़ित राजेन्द्र किराड़ू, रामेश्वरानंद, विमर्शानंद महाराज, रामदास महाराज सहित बड़ी संख्या में संत महात्मा शामिल हुए। इस अवसर महाप्रसादी में मानो पूरा नगर ही उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण किया। रात9:30 बजे पाणिग्रहण संस्कार की परम्परा निभाई। इसमें चार जोड़े शामिल हुए।
भजनों से बांधा समां…

श्रीराम-जानकी विवाह समारोह में शास्त्रीय गायक पंड़ित नारायण रंगा के सान्निध्य में बालिकाओं की टीम ने शास्त्रीय भजनों की प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। इस दौरान पूरा परिसर भक्तिमय हो गया।






