कांग्रेस का संगठन सृजन अभियान : बीकानेर आए पर्यवेक्षक राजेश लिलोठिया पत्रकारों से हुए रूबरू




बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
कांग्रेस पार्टी इन दिनों संगठन को मजबूत करने के लिए नया आधार तैयार करने में जुटी है। इसी कड़ी संगठन सृजन अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत जिलाध्यक्षों का चयन भी किया जाना है। इसको लेकर आज बीकानेर में एआईसीसी से आए संगठन सृजन के प्रभारी राजेश लिलोठिया पत्रकारों से रूबरू हुए। बीकानेर प्रभारी ने साफ तौर पर कहा कि इस बार जिलाध्यक्षों का चयन सक्रियता और प्रतिबद्धता रखने वाले कार्यकर्ताओं में किया जाएगा।
इसके लिए पार्टी आलाकामना जो जिम्मेवारी सौंपी है, इसके लिए वे और प्रदेश स्तर के पर्यवेक्षक मंथन कर रहे हैं। लिलोठिया अब तक वरिष्ठ नेताओं सहित कार्यकर्ताओं से सुझाव ले चुके हैं। अभी भी वार्ताओं को दौर जारी है। प्रभारी फिलहाल बीकानेर में है और पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं। उन्होंने बताया नए अध्यक्ष का चयन करने में एक माह या इससे थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है।

यहां पर पूरी तरह से पारदर्शीता के साथ काम किया जा रहा है। इससे साधारण कार्यकर्ता भी आवेदन कर सकता है। उन्होंने कहा कि जैसे ही जिला कांग्रेस समितियों का पुनर्गठन समाप्त होगा, हम ब्लॉक, मंडल और ग्राम स्तर की कांग्रेस समितियाें को सक्रिय करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। उन्होने कहा कि यह एक प्रशासनिक कवायद नहीं है। यह एक राजनीतिक और वैचारिक अभियान है। उन्होंने कहा कि पर्यवेक्षक को यह जिम्मेवारी मिली है कि हम पार्टी कार्यकर्ताओं, निर्वाचित प्रतिनिधियों, पूर्व पदाधिकारियों और सिविल सोसायटी से व्यापक और गहने परामर्श करते हए सबसे उपयुक्त नेतृत्व की तलाश करें।
लिलोठिया ने कहा कि जिला स्तर पर संगठनो को सक्रिय करने और मजबूत करने का काम चल रहा है। पार्टी में ग्राम पंचायत स्तर पर भी परिवर्तन किए जाने है। उन्होंने ने बताया कि आने वाले समय में कांग्रेस में प्रदेश स्तर पर बदलाव भी इसी प्रक्रिया के तहत होना है।
राहुल गांधी की मंशा…
लीलोठिया ने बताया कि राहुल गांधी की मंशा है कि जहां जिसकी जितनी संख्या है, उसे वहां उतना प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। इस विचार से संगठन को मजबूती मिलेगी, साथ ही आम कार्यकर्ताओं की भी ज्यादा अहमियत रहेगी। प्रभारी ने बताया कि बीकानेर में शहर और देहात अध्यक्ष के लिए बड़ी संख्या में नामांकन आए हैं। इसमें भी संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व मिलेगा। जो नाम बेहतर होंगे, उनके नाम आगे भेजे जाएंगे। अध्यक्ष की घोषणा में करीब एक महीना लग सकता है। सभी नामों पर पार्टी के उच्च नेतृत्व विचार करेगा।
