-सुजानदेसर में भरा दशमी का मेला, बाबा की चौखट पर पहुंचकर मांगी मन्नतें



बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
“खम्मा-खम्मा ओ कुंवर अजमाल रा, थांने तो पूजे राजस्थान…घणी-घणी खम्मा राजा रामदेव पीर ने…सरीखे जयकारों की गूंज। कानों में भक्ति रस घाेलती शंख-घंटा, झालर की करतल ध्वनि। यह नजारा था मंगलवार को लोक देवता बाबा रामदेवजी के मंदिरों का। जहां श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देर शाम तक देखी गई।
अवसर था भादव माह की दशमी मेले की। मंगलवार को शहर से लेकर गांवों तक बाबा रामदेवजी की भक्ति हिलोरे मार रही थी। बीकानेर के सुजानदेसर में स्थित प्राचीन मंदिर में आज सुबह से ही दर्शनार्थियों का तांता लगा रहा। मंदिर परिसर के बाहर मेला भरा। मंदिर पुजारी ने सुबह बाबा का पंचामृत से अभिषेक करने के बाद शृंगार और पूजन किया।



मिश्री-नारियल का प्रसाद चढ़ाया…
मंदिर में अपनी मन्नतें लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा रामदेवजी के मिश्री, नारियल, चूरमा सहित विभिन्न प्रकार तरह का भोग लगाया। बाबा के दरबार में सिर रखकर परिवार की मंगल कामना और सुख समृद्धि मांगी। बीकानेर में एमएम स्कूल के समीप स्थित प्राचीन मंदिर में भक्ति जागरण और भंडारे का आयोजन किया। इसके साथ ही नाल, भुजिया बाजार, जस्सोलाई के प्राचीन मंदिर, नत्थूसर गेट बाहर रामदेव पार्क के समीप स्थित मंदिर, चूनगरान मोहल्ला सहित रामदेवजी के मंदिरों में दर्शनार्थियों की भीड़ रही। कई स्थानों पर भक्ति संगीत का आयोजन हुआ।

सुजानदेसर पैदल पहुंचे श्रद्धालु, सेवादार भी मुस्तैद
भादव माह की दशमी के अवसर पर बीकानेर व आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पैदल चलकर सुजानदेसर स्थित मंदिर में पहुंचे। इस दौरान जनता प्याऊ क्षेत्र में पद यात्रियों के लिए चाय, नाश्ता और शीतल जल की सुविधा मुहैया कराई गई।
फोटो: वीडियो-एसएन जोशी।
