-सीएम मूंधड़ा फाउण्डेशन बनाएगा दिव्यांग बेटियों के लिए छात्रावास, मिली राज्य सरकार से मंजूरी




बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
बालिका शिक्षा को बढावा देने के उद्देश्य को लेकर सीएम मूंधड़ा फाउण्डेशन लगातार पहल कर रहा है। इसी कड़ी में अब दिव्यांग बालिकाओं के लिए छात्रावास बनाने का संकल्प लिया है। मुख्य ट्रस्टी कन्हैयालाल मूंधड़ा और श्रीकिशन मूंधड़ा ने शिक्षा के क्षेत्र में अपने प्रकल्पों को साकार करने लिए नया जिम्मा उठाया है।
फाउंडेशन के तत्वावधान में शिक्षा से वंचित हो रही दिव्यांग बालिकाओं के लिए राजकीय नेत्रहीन छात्रावासित उ.मा. विद्यालय में छात्रावास बनाएगा। ताकि उन बालिकाओं को भी समाज की मुख्य धारा में लाया जा सके। राजकीय नेत्रहीन छात्रावासित उ.मा. विद्यालय संभाग का एकमात्र विद्यालय है लेकिन इसमें छात्राओं को यहीं पर रहकर पढ़ने की व्यवस्था नहीं थी | कन्हैयालाल मूंधड़ा और श्रीकिशन मूंधड़ा ने जब इस विद्यालय का अवलोकन किया था, उस दौरान प्रधानाचार्य अल्ताफ अहमद की ओर से छात्राओं के लिए छात्रावास बनाने की मांग रखी गई थी।


1966 में हुई थी स्थापना…
जानकारी के अनुसार इस विद्यालय की स्थापना वर्ष 1966 में प्राथमिक विद्यालय के रूप में हुई थी और वर्तमान में 84 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। यह विद्यालय उच्च प्राथमिक स्तर से उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नत भी हो चुका है | इस विद्यालय में संभाग और अन्य शहरों से आने वाली छात्राओं के लिए छात्रावास ना होने की वजह से बालिकाएं नियमित अध्ययन नहीं कर पा रही है |
भामाशाह कन्हैयालाल मूंधड़ा एवं ट्रस्ट प्रतिनिधि द्वारकाप्रसाद पचीसिया द्वारा छात्रावास निर्माण के लिए राज्य सरकार से सहमति मांगी जिसमें शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और बीकानेर जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि का सकारात्मक सहयोग रहा |
ट्रस्ट प्रतिनिधि द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि ज्ञान सम्पर्क पोर्टल पर इस निर्माण स्वीकृति के लिए बिन्दु उठाया गया और 15 जुलाई 2025 को आयोजित बैठक में भारत सरकार और राज्य सरकार के दिशा निर्देशों व निर्माण मानकों के अनुरूप निर्माण करवाए जाने की स्वीकृति की अनुमोदना हो गई। आज 31 जुलाई 2025 को निर्माण कार्य करवाने के आदेश भी जारी हो चुके हैं | जल्द ही सी एम मूंधड़ा फाउंडेशन की ओर से इसका निर्माण कार्य भी शुरू कराया जाएगा। इस अवसर पर शाला प्रधानाध्यापक अल्ताफ अहमद व शाला से जुड़े बाबूलाल सांखला ने फाउंडेशन का आभार जताया है।
