बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।




मुक्ताप्रसाद नगर में बीते दिनों बुजुर्ग दम्पति की हत्या करने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक महिला भी शामिल है। घटना के छह दिन बाद मुक्ता प्रसाद थाना पुलिस ने वारदात का पर्दाफॉश किया है। प्रकरण में पूर्व किराएदार शामिल है, साथ ही यूपी के गाजियाबाद से आए दो हत्यारों की पुलिस को तलाश है।
जानकारी के अनुसार- सेना से सेवानिवृत्त गोपाल वर्मा (67) और उनकी पत्नी निर्मला वर्मा (60) मुक्ताप्रसाद नगर रहते थे। दोनों के शव मंगलवार (15 जुलाई) को घर में सड़ी-गली हालत में मिले थे। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने दम्पति का चुंनी से गला घोंटकर रविवार को हत्या कर दी थी। इसके बाद मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला लगाकर फरार भी हो गए। पुलिस ने इस मामले की छानबीन करने के बाद मकान के पूर्व किरायेदार अरुण कुमार ओझा, निवासी धर्मनगर द्वार, गाजियाबाद निवासी रोहित बंसल और प्रिया सिसोदिया को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को कर्मवीर और एक अन्य की तलाश है।
एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने बताया- मृतक बुजुर्ग दम्पति के मकान पर अरूण ओझा और उसकी कथित पत्नी प्रिया किराए पर रहते थे। कई बार प्रिया के माता- पिता और भाई भी घर पर आकर ठहरते थे। मकान मालिक से किसी बात को लेकर दोनों ने मकान खाली कर दिया और दूसरी जगह रहने लगे, लेकिन अरूण ओझा के ससुर कर्मवीर और साले प्रियांशु ने मकान मालिक गोपाल वर्मा से संपर्क बनाए रखा।
पुलिस ने बताया कि आरोपी कर्मवीर तंत्रविद्या की जानकारी रखता था, इसके चलते उसने बुजुर्ग दंपती को तंत्र-मंत्र करवाने के नाम पर आवाजाही जारी रखी। वह दोनों बुजुर्ग जब 13 जुलाई को अकेले थे, तो अरूण कुमार ओझा, प्रिया, कर्मवीर और रोहित बंसल देर रात करीब 10 बजे अपने अन्य साथियों के साथ उनके घर में घुसे और दोनों की गला घोंटकर हत्या कर दी। इस दौरान टीवी की आवाज तेज कर दी, जिससे चीखने की आवाज बाहर नहीं आए। आरोपी जेवरात और कैश लूटकर फरार हो गए।


बीकानेर से बाहर रहने वाले दोनों बेटों ने माता-पिता को फोन किए, लेकिन जब फोन नहीं उठा तो 15 जुलाई को एक परिचित को घर भेजा। घर से दुर्गंध आ रही थी और दोनों के शव सड़ चुके थे। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर अरूण ओझा को डिटेन किया, इसके बाद प्रिया सिसोदिया और रोहित बंसल को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार- हत्या और लूट की वारदात का मुख्य सूत्रधार अरूण कुमार ओझा था। हालांकि मामले में अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। साथ ही लूट में गए नकद और जेवरात का भी आकलन किया जा रहा है। पुलिस ने घटना सात टीमे गठित कर मामले की छानबीन शुरू की थी, जो अभी भी जारी है।
