रेलवे : अब शिकायतों का निस्तारण महज 25 मिनिट में हो रहा है, सेतू का काम कर रहा है "रेल मदद" - Nidar India

रेलवे : अब शिकायतों का निस्तारण महज 25 मिनिट में हो रहा है, सेतू का काम कर रहा है “रेल मदद”

 बीकानेर.जयपुर, निडर इंडिया न्यूज। 

रेल यात्रियों की समस्याओं का अब महज 25 मिनिट में ही निस्तारण हो रहा है। इसके लिए रेलवे के एप ‘रेल मदद’ एक सेतू का काम कर रहा है। यात्रियों को आरामदायक एवं सुरक्षित यात्रा के साथ ही सफर के दौरान हर मुश्किल और शिकायत का निदान करने के लिए रेलवे तत्पर है।  ‘‘रेल मदद’ पोर्टल/एप्प पर 24X7 रेल यात्रियों की शिकायत पर तुरंत कार्यवाही की जा रही है।

यह 01 जुलाई से  रेल वन ऐप जारी हुआ है। रेल वन ऐप यात्रियों की सभी आवश्यक सेवाओं के लिए एक वन-स्टॉप सॉल्यूशन है। वर्तमान में उत्तर पश्चिम रेलवे रेल मदद पर प्राप्त शिकायतों का समाधान 25 मिनट में कर संपूर्ण भारतीय रेल में दूसरे स्थान पर है।

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी  शशि किरण के अनुसार रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर 139 की तरह शिकायत व सुझाव के सभी माध्यमों जैसे X ( ट्विटर), फेसबुक, रेलवन ऐप आदि को ‘‘रेल मदद’’ पोर्टल व उसके एप में समायोजित किया है। रेल वन ऐप के माध्यम से यात्रियों और रेल उपयोगकर्ताओं को टिकटिंग : आरक्षित, अनारक्षित, प्लेटफॉर्म टिकट, ट्रेन और पीएनआर पूछताछ, यात्रा योजना, रेल मदद सेवाएं ट्रेन में भोजन बुकिंग के साथ-साथ माल परिवहन (फ्रेट) से संबंधित पूछताछ की भी सुविधा उपलब्ध है।

इस पोर्टल पर रेलवे सम्बन्धित सुझाव को भी स्वीकार किया जाता है। ऐसे  में  रेलवे यात्रियों से आह्वान किया है कि रेलवे की कार्य प्रणाली अथवा यात्री सुविधाओं की बढ़ोतरी क्रम में अपने अमूल्य सुझाव रेलवे के साथ साझा करें। यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में रेलवे लगातार प्रयास कर रहा है। इसी दिशा में रेल मदद पोर्टल व एप्प भी एक सराहनीय कदम है। रेलवे प्रशासन रेल उपयोगकर्ताओं से अपील की है कि किसी भी अन्य मिलते जुलते नाम वाले ऐप से भ्रमित ना हों। रेलवे स्टेशन पर डिस्प्ले बोर्ड, कोच इंडीकेशन आदि से ही सही जानकारी ले और किसी अन्य प्रकार के संशय या असमंजस की स्थिति में स्टेशन मास्टर या किसी रेलवे कर्मचारी से संपर्क करें।

भारतीय रेलवे ‘‘रेल मदद’ (MADAD- Mobile Application for Desired Assistance During travel) पोर्टल से यात्रियों की शीघ्र मदद कर रहा है। यात्री मोबाइल, लैपटाप या कंप्यूटर पर ‘‘रेल मदद’ पोर्टल या सोशल मीडिया के माध्यम से रेलवे तक अपनी बात पहुंचाते हैं। रेलवे ने हर समस्या के निस्तारण की समय सीमा भी निर्धारित कर दी है। निर्धारित समय में समाधान नहीं हुआ, तो शिकायत उच्च अधिकारी तक पहुंचती जाएगी।

जवाबदेही भी तय होती है, साथ ही निस्तारण की सूचना भी शिकायतकर्ता को देते हुए उससे फीडबैक भी मांगा जाता है। संबंधित यात्री को फोन पर संपर्क कर समस्या की जानकारी एवं तत्काल निस्तारण की कार्यवाही की जाती है। सम्मानित संतुष्ट रेल यात्रियों की और से रेलवे की इस त्वरित कार्यवाही पर धन्यवाद भी दिया जाता है।

अब तक हुआ है इतनी शिकायतों का निस्तारण

उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधकअमिताभ के कुशल मार्ग निर्देशन से ‘‘रेल मदद’ पोर्टल/एप्प पर 2025 में 01 अप्रैल से 30 जून तक प्राप्त सभी 29371 शिकायतों पर तुरंत कार्यवाही की गई है। इस अवधि में शिकायतों के समाधान की औसत अवधि 25 मिनट रही है।

उत्तर पश्चिम रेलवे शिकायतों के निपटान समय में पूरे भारतीय रेलवे स्तर द्वितीय स्थान पर है। इसी अवधि में यात्रियों के फीडबैक का उत्कृष्ट/संतोषजनक का प्रतिशत 84.20 % रहा है। गत वर्ष 2024-25 में भी उत्तर पश्चिम रेलवे 102011 शिकायतों का समाधान औसत 26 मिनट में कर भारतीय रेलवे पर द्वितीय स्थान पर रहा । महाप्रबन्धक के दिशा- निर्देशों के पश्चात् सभी विभागों में शिकायतों का निस्तारण तेज हो गया है और उत्तर पश्चिम रेलवे के सभी मंडलों एवं मुख्यालय पर वार रूम स्थापित किया गया है जहां से रेल मदद पर प्राप्त शिकायतों की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जाती है।

 

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