बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।


युद्ध के हालात को देखते हुए मई में बिजली कार्मिकों के स्थानांतरण दूरस्थ स्थानों पर जारी किए गए थे। लेकिन हालात अब सामान्य होने के बावजूद उनके स्थानांतरण आदेश निरस्त नहीं किए है। इसको लेकर बिजली कार्मिकों में रोष है।
जोधपुर विद्युत वितरण निगम श्रमिक संघ बीकानेर के महामंत्री रामदेव सांखला ने बताया कि जोधपुर डिस्कॉम के कर्मचारियों में 09 मई को आदेश जारी कर एकतरफा स्थानांतरण किए गए थे। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें युद्ध के दौरान दूरस्थ और सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थानांतरित किया गया था अब स्थिति सामान्य हो चुकी है उसके बावजूद भी आज तक उपरोक्त स्थानांतरण आदेश निरस्त नहीं किए गए है।
युद्ध के दौरान कर्मचारियों ने आदेशों की पालना की और तुंरत अपने अपने स्थानों पर कार्यभार संभाल लिया परन्तु अब पारिवारिक एवं स्वास्थ्य कारणों से ग्रह जिले में स्थान खाली होने के बावजूद भी दूरस्थ क्षेत्रों में कार्य करना मुश्किल हो गया है। इसी के चलते इन आदेशों के विरोध में सोमवार, 23 जून को बीकानेर स्थित जोधपुर डिस्कॉम के संभागीय मुख्य अभियंता कार्यालय पर शांतिपूर्ण धरना दिया जाएगा। धरने का नेतृत्व जोधपुर विद्युत वितरण निगम श्रमिक संघ संबद्ध भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) करेगा जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारी भाग लेंगे।
कर्मचारियों का कहना है कि यदि ऐसे आदेशों को तुरंत निरस्त नहीं किया गया, तो यह आंदोलन और अधिक व्यापक रूप लेगा। इससे पूर्व भी इस विषय पर प्रशासन से वार्ता की गई थी, लेकिन समाधान न निकलने के कारण अब विरोध स्वरूप धरने का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। बीएमएस के कार्यकारी अध्यक्ष शिवदत्त गौड़, जोधपुर विद्युत वितरण निगम श्रमिक संघ के अध्यक्ष नवीन स्वामी और महामंत्री रामदेव सांखला कार्मिकों से 23 जून को सुबह 10 बजे से होने वाले धरने में शामिल होने के लिए आह्वान किया है।

यह रहेगी मुख्य मांगे…
1. अल्पवेतन भोगी कर्मचारियों का जिले से बाहर स्थानांतरण असंवैधानिक है।
2. आदेशों में पारदर्शिता और मानवीयता का अभाव गंभीर बीमारी से जूझ रहे कमर्चारियों को भी जिला बदर किया गया।


