बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।


चकगर्भी संघर्ष समिति के तत्वावधान में चल रहा आंदोलन एक बारगी समाप्त हो गया है। सोमवार को समिति के शिष्टमंडल और प्रशासन के बीच में वार्ता हुई। इसमें सहमति बनने के बाद धरना समाप्त हो गया। चकगर्बी क्षेत्र में बने मकानों को बीडीए प्रशासन अवैध बताकर तोड़ने की कार्रवाई बीते दिनों से चल रही थी। इसके विरोध में संघर्ष समिति धरने पर बैठ गई थी। समिति की ओर से प्रशासन के समक्ष मांग पत्र रखा गया था। इसके बाद आपसी वार्ता में प्रशासन की ओर से मिले आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया गया।
इसके जरिए बताया गया कि बीकानेर विकास प्राधिकरण द्वारा चक गरबी इलाके में अवैध कब्जे हटाने के नाम पर रिहायशी इलाकों में की जा रही तोड़फोड़ पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए।, प्राधिकरण इस पूरे इलाके का सर्वेक्षण करवाकर खातेदारी कृषि भूमि पर विकसित कॉलोनी का विधि सम्मत नियमन करे। यहाँ निवास करने वाले लोगों से नियमानुसार राशि लेकर पट्टे जारी किए जाएँ, कुछ कॉलोनाइजरों ने सरकारी भूमि को अपनी कृषि भूमि बताकर लोगों को प्लाट बेच दिए हैं और अब वहाँ आबादी बस गई है।
ऐसे क्षेत्रों को कच्ची बस्ती घोषित कर, गरीबों को पट्टे प्रदान किए जाए,चक गरबी इलाके का कोई भी अधिकृत राजस्व नक्शा उपलब्ध नहीं है। इसलिए, सेटेलमेंट विभाग द्वारा समय-समय पर किए गए सेटलमेंट के आधार पर अधिकृत राजस्व नक्शा जारी किया जाए, ताकि राजस्व नक्शे और रिकॉर्ड से जुड़े विवादों का समाधान हो सके सहित सात मांगे प्रशासन के समक्ष रखी गई थी। वार्ता के दौरान प्रशासन से सकारात्मक आश्वासन के बाद आंदोलन स्थगित कर दिया गया।

यह हुए शामिल
वार्ता में प्रशासन की ओर से कलेक्टर नम्रता वर्षिणी, एडीएम रमेश देव, तहसीलदार राजकुमारी बिश्नोई शामिल हुए। वहीं समित के प्रतिनिधि मंडल में राजाराम धानका सहित शामिल हुए। इसमें कांग्रेस नेता मदन गोपाल मेघवाल, यशपाल गहलोत, रामनिवास कूकना, भंवर कुंकना, बिशनाराम सिहाग, सुभाष स्वामी, प्रफुल हटीला,भा ज पा. नेता सुरेन्द्र सिंह शेखावत, अशोक भाटी, कुन्दन सिंह राठौड़, पुनीत ढाल, कन्हैया लाल कड़ेला, संदीप चौधरी, राधे श्याम घायल, फ़रमान कोहरी, नारायण सिंह शेखावत, विजय सिंह राठौड़, कर्णपाल सिंह, रफीक गिगासर सहित लोग शामिल हुए।


