जरुरतमंद को मिलेगी शिक्षा, आर्थिक रूप से परिवार की बालिकाओंं की कराएगा विवाह
बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।

आर्थिक चुनौतियाें के चलते शिक्षा, खेल के क्षेत्र में प्रतिभा रखने वाले युवाओं के सपनों को अब पंख मिलेंगे। वो अपने सपने आसानी से पूरे कर आगे बढ़ सकेंगे। इसके लिए यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन ने पहल की है। “सेवा परमो धर्मः के उद्देश्य से फाउंडेशन काम कर रही है। इस संबंध में सोमवार को लक्ष्मी निवास पैलेस में “सेवा परमो धर्मः” विषयक एक विचार गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें फाउंडेशन के चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल ने कहा कि आर्थिक चुनौतियाँ अब प्रतिभाशाली युवाओं के सपनों में रुकावट नहीं बनेगी।
यूजीपीएफ ऐसे होनहार युवाओं की शिक्षा से लेकर कैरियर तक की संपूर्ण जिम्मेदारी उठा रही है। रॉयल ने बताया कि यूनाइटेड फॉर्म ऑफ़ पीस फाऊंडेशन विश्व शांति, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण और युवाओं के सशक्तिकरण जैसे 11 पावन उद्देश्यों के साथ “सेवा परमो धर्मः” के सिद्धांत पर कार्यरत है। शिक्षा व खेल के क्षेत्र में उन जरूरतमंद और प्रतिभाशाली युवाओं को मदद पहुंचाई जा रही है, जो आर्थिक कारणों से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं। फाउंडेशन ऐसे विद्यार्थियों को देश के ख्यातिप्राप्त संस्थानों में प्रवेश दिलवाकर, उच्च शिक्षा के बाद उन्हें अच्छी नौकरी मिलने तक सम्पूर्ण खर्च उठाता है। उन्होंने बताया कि अब बीकानेर के युवाओं को भी फाउण्डेशन हरसंभव मदद करेगी।
कार्यक्रम में फाउंडेशन के निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई ने बताया कि बीते 9 महीनों में फाउंडेशन ने ज़रूरतमंद विद्यार्थियों, खिलाड़ियों, आर्थिक रूप से कमजोर कन्याओं के विवाह, गौसेवा आदि क्षेत्रों में 4 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता प्रदान की है। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन मानव को मूर्ति मानते हुए सेवा को धर्म समझकर कार्य कर रहा है। सामूहिक प्रयासों से यूजीपीएफ की सेवाओं का विस्तार हो रहा है ताकि जरूरतमंदों तक सहायता स्वयं पहुँच सके।

निदेशक शक्तिसिंह ने कहा कि वे प्रतिभाशाली लेकिन ग़रीब विद्यार्थी जिनके 12 वीं में 90 प्रतिशत से अधिक नम्बर आये हैं उन्हें फॉउंडेशन कोचिंग और हॉस्टल की सुविधा निशुल्क मुहैया करवाएगा। इसके लिए उन्हें यूनाइटेड ग्लोबल पीस फॉउंडेशन के दफ्तर में या वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। उन्होंने यह भी बताया कि फाउंडेशन नीति-निर्माताओं के साथ मिलकर ऐसी योजनाओं पर कार्यरत है जो देश के युवाओं को रोजगार गारंटी देने में मील का पत्थर साबित होंगी। कार्यक्रम में फाउंडेशन जुड़े के.के.बोहरा ने यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन की स्थापना और उसके उद्देश्य पर प्रकाश डाला। साथ ही फाउंडेशन के कार्यों और पदाधिकारियों से परिचय कराया।
महज एक रुपए में मिलती है सदस्यता
इस मौके पर मीडिया से बातचीत में फाउण्डेशन के चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल ने बताया कि हमारा फाउण्डेशन जनहितार्थ काम करता है। इस संस्था में सहयोग के लिए कोई भी जाति धर्म का व्यक्ति जुड सकता है। हम केवल एक रूपया प्रतिदिन की मदद लेते हैं और इसी सहयोग राशि से आमजन को संस्था के सेवा कार्यों से जोड़ते हैं। उन्होंने बताया कि बीकानेर की प्रतिभाओं को हर संभव मदद दी जाएगी। स्टूडेंटस के लिए कोचिंग व होस्टल के प्रबंध किए जाएंगे वहीं जरूरतमंद खिलाडियों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएंगे। आज संगोष्ठी के बाद कई लोगों ने फाउंडेशन से जुड़ने की मंशा जताई और सदस्यता भी ली।
ये रहे मौजूद
इससे पहले मंच संचालन करते हुए एंकर रविन्द्र हर्ष ने आयोजन पर विस्तार से प्रकाश डाला। संगोष्ठी बीकानेर के समाजसेवी सीताराम कच्छावा, नारी शक्ति संगठन की अध्यक्ष मधु खत्री, एंकर ज्योति रंगा, तीरंदाजी कोच अनिल जोशी और विप्र फॉउंडेशन के धनसुख सारस्वत ने भी अपने विचार रखे। बैठक में एम.आर.एस.ग्रुप के डायरेक्टर पीटर डीसा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। संगोष्ठी में फॉउंडेशन की परिचयात्मक फ़िल्म और पर्यावरण पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त फ़िल्म धुन प्रोजेक्टर पर दिखाई गई। कार्यक्रम में शहर के प्रतिष्ठित शिक्षाविद, समाजसेवी, युवा प्रतिनिधि और उद्यमी सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।


