बोले-सागर का किया जाएगा जीर्णोद्धार, अतिक्रमण हटाने के बाद भी पानी नहीं आया तो आईजीएनपी से भरेंगे
बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।




जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने 05 जून से 20 जून तक चलने वाले वंदे गंगा, जल संरक्षण जन अभियान से पहले मंगलवार शाम को रिडमलसर में देवी कुंड सागर का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि देवी कुंड सागर का जीर्णोद्धार किया जाएगा। रास्ते के अतिक्रमणों को ध्वस्त किया जाएगा ताकि देवी कुंड सागर में वर्षा जल की आवक पहले जैसे हो सके।
रावत ने कहा कि अगर अतिक्रमणों को हटाने के बाद भी वर्षा जल की आवक देवी कुंड सागर में नहीं हुई तो इंदिरा गांधी नहर के जरिए इस ऐतिहासिक सागर को पानी से भरा जाएगा। श्री रावत को बीडीए कमिश्नर अपर्णा गुप्ता ने बजट घोषणा 2025-26 के अंतर्गत सागर तालाब के पास 40 करोड़ की लागत से 138 बीघा जमीन में बनने वाली कबीर वाटिका के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही बताया कि कबीर वाटिका के डीपीआर बनाने का कार्य चल चल रहा है।
इस दौरान रावत ने देवी कुंड सागर परिसर में बने मंदिरों के दर्शन किए। इस दौरान खाजूवाला विधायक डॉ विश्वनाथ मेघवाल, बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास, श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत, सुमन छाजेड़, श्याम पंचारिया, बीडीए कमिश्नर अपर्णा गुप्ता, जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर राकेश कुमार, अतिरिक्त चीफ इंजीनियर मनोज मांझू, भूपेन्द्र सिंह यादव, एसई सुनील कटारिया, बीडीए अधिशासी अभियन्ता राजेंद्र बैरवा सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।


रावत समाज ने किया मंत्री का स्वागत
रावत समाज की ओर से जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत के बीकानर आगमन पर मंगलवार को नागणेचीजी मंदिर के पास स्वागत किया गया । भवानी शंकर ने मंत्री को साफा पहनाकर अभिनंदन किया। वहीं राम किशोर ने महाराणा प्रताप का चित्र भेंट किया। जल संसाधन मंत्री ने सबसे मुलाकात की और पुरानी स्मृतियों को ताजा किया। इस मौके पर प्रदीप रावत, अरुण कुमार, चन्द्र कुमार ओझा, अर्जुन सिंह जितेन्द्र सिंह, गोविंद सिंह मान सिंह, अजीत सिंह, राजेन्द्र प्रसाद सोनी, मदन मोहन, सुमित रावत आदि शामिल थे।
