बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।

शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ठ पहचान बना चुकी कोचिंग संस्थान सिंथेसिस को हाल ही में क्वालिटी एजुकेशन के लिए आईएसओ प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। संस्थान के निदेशक मनोज बजाज ने निडर इंडिया को बताया कि संस्थान में हर विषय पर कड़ी मेहनत कराते हैं। फिर आईआईटी, जेईई और नीट हो, इन विषयों को पढ़ाने के लिए दक्ष-पारंगत व्याख्याता है, जो विद्यार्थियों को कड़ी और लगन के साथ पढ़ाई कराते हैं। यही वजह है कि संस्थान को बेहतर परिणाम के दम पर यह उपलब्धि मिली है। संस्थान लगातार अपना श्रेष्ठ परिणाम दे रही है। बजाज ने कहा कि इसके लिए सिंथेसिस की पूरी टीम बधाई की पात्र है।
वहीं सिंथेसिस के प्रशासनिक निदेशक जेठमल सुथार ने बताया कि सिंथेसिस संस्थान को नीट-जेईई, बोर्ड परीक्षाओं व विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की गुणवत्ता तैयारी करवाने के उपलक्ष्य में आईएसओ सर्टीफिकेशन प्राप्त हुआ है। यह अन्तर्राष्ट्रीय एक्रीडिटेशन फोरम के सदस्य संस्थान इ.ए.एस. की ओर से क्वालिटी कन्ट्रोल सर्टीफिकेशन है जो अपने क्षैत्र में गुणवत्ता के मानक स्तर को रखने वाले संस्थानों को दिया जाता है। इसकी अवधि तीन वर्ष होती है जिसमें प्रत्येक वर्ष इ.ए.एस. द्वारा सर्विलेंस अर्थात् निगरानी की जाती है जिससे संस्थान् की गुणवत्ता में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आए। सुथार ने बताया कि बीकानेर संभाग में यह सर्टीफिकेशन प्राप्त करने वाला एकमात्र संस्थान् सिंथेसिस है। यह समस्त बीकानेर के लिए गौरव की बात है।

व्याख्याता सुनिल गौड़ अब सिंथेसिस से जुड़े…
सिंथेसिस के अकादमिक निदेशक डॉ. श्वेत गोस्वामी ने बताया कि 29 वर्षों से कैमिस्ट्री और विशेष रूप् से ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में आईआईटी व नीट कोचिंग में अपनी एक मजबूत विशिष्ट पहचान व विद्यार्थियों में अति प्रसिद्ध स्थान रखने वाले सुनील गौड़ सर इस सत्र 2025-26 से सिंथेसिस जुड़ गए है। इससे सिंथेसिस की आईआईटी जेईई व नीट की कैमिस्ट्री टीम को और मजबूती मिलेगी। इस विंग में पहले से शशांक गोस्वामी, डा. विनायक चूरा, मनोज बजाज, डा. अशोक सारस्वत, राजेश सुथार, विनीत व्यास, चांद अली, भावना गोस्वामी और प्रवीण शर्मा मौजूद हैं।
वर्ष 1996 से इस क्षेत्र में कार्यरत गौड़ सर के मार्गदर्शन से 1000 से अधिक विद्यार्थी आईआईटी , एनआईटी तथा 2000 से अधिक विद्यार्थी एम्स व अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेज और प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश पा चुके है। सिंथेसिस प्रबन्धन निदेशक व कैमिस्ट्री एचओडी मनोज बजाज ने बताया कि गौड़ सर विगत् 29 वर्षाे से रसायन विज्ञान के क्षैत्र में जो योगदान दे रहे है, वह अभूतपूर्व व अनुकरणीय है। बीकानेर के नीट-जेईई कोचिंग क्षेत्र अब उनकी बीकानेर वापसी से विद्यार्थियों व अभिभावकों में खुशी व उत्साह का माहौल है।
