शिक्षा : मंत्रालयिक कर्मचारियों के पदों का किया जाएगा पुनर्गठनः शिक्षा मंत्री मदन दिलावर - Nidar India

शिक्षा : मंत्रालयिक कर्मचारियों के पदों का किया जाएगा पुनर्गठनः शिक्षा मंत्री मदन दिलावर

शिक्षा विभागीय मंत्रालयिक एवं सहायक कर्मचारी राज्य स्तरीय सम्मान समारोह आयोजित

बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि शिक्षा विभाग के मंत्रालयिक कर्मचारियों के पदों का पुनर्गठन किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने गुरुवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से राजकीय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित शिक्षा विभागीय मंत्रालयिक एवं सहायक कर्मचारियों के राज्य स्तरीय सम्मान समारोह के दौरान यह बात कही। समारोह के दौरान वर्ष 2023 के लिए 39 और वर्ष 2024 के लिए 38 सहित कुल 77 कर्मचारियों को ग्यारह-ग्यारह हजार रुपए के चैक, स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र और शॉल प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में पीईईओ और यूसीईओ स्तर पर भी पर्याप्त मंत्रालयिक कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि शिक्षा विभाग में किसी भी स्तर कोई भी स्वीकृत पद खाली नहीं रहें।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के कार्यों को बेहतर तरीके से संचालित करने वाले श्रेष्ठ कार्मिकों का सम्मान करना अच्छी परम्परा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1990 में प्रारम्भ हुए इस समारोह के तहत वर्ष 2022 तक 933 तथा अब तक कुल 1010 कार्मिकों का सम्मान किया गया है। सम्मानित होने वाले सभी कार्मिक भविष्य में अच्छा काम करें तथा राजस्थान के अनेक लोगों को राहत प्रदान करने के साथ शिक्षा विभाग का मान बढ़ाएं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार का कार्मिक होने प्रत्येक कर्मचारी के लिए सौभाग्य का विषय है कि उन्हें जरूरतमंद लोगों की सेवा का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक देश और प्रदेश को विकसित करने का संकल्प लिया है। उसे साकार करने में हम सभी अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे। उन्होंने पांच वर्षों में चार लाख पदों पर सरकारी भर्तियां करने के लिए मुख्यमंत्री  भजन लाल शर्मा का आभार जताया।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा 25 हजार से अधिक कार्मिकों की पदौन्नतियां कर दी गई हैं। लगभग सत्रह हजार कार्मिकों की डीपीसी प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि पदौन्नति सहित प्रत्येक कार्य में मंत्रालयिक कर्मचारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है।
शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को पहलगाम में हुई घटना की निंदा की और इसमें दिवंगत सभी आत्माओं की शांति की कामना की। इस दौरान दो मिनट का मौन रखा गया। इससे पहले उन्होंने प्रशस्तियां पुस्तक का विमोचन किया।
बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास ने कहा कि सम्मानित होने वाले कार्मिकों के प्रति समाज की अधिक अपेक्षाएं रहती हैं। ऐसे में यह कार्मिक अपने दायित्व को समझते हुए अधिक निष्ठा से कार्य करें, जिससे आने वाले पीढ़ियों के लिए मिसाल पेश की जा सके।
शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री कृष्ण कुणाल ने बताया कि राज्य सरकार के वर्तमान कार्यकाल में नई नियुक्तियों और पदौन्नतियों का दौर सतत रूप से चल रहा है। सूर्य नमस्कार में 1.53 करोड़ लोगों की भागीदारी का नया रिकॉर्ड बनाया गया। उन्होंने सभी कार्योंं में मंत्रालयिक कार्मिकों की भूमिका की सराहना की।
शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने बताया कि चयन समिति द्वारा कार्मिक के विभागीय कार्यों के साथ सामाजिक कार्यों में योगदान को ध्यान रखते हुए कार्मिक का चयन किया जाता है। जिससे वह कार्मिक दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सके।
अतिरिक्त निदेशक  गोपाल राम बिरडा ने आभार जताया।
राजकीय महारानी और बारहगुवाड़ स्कूल की बालिकाओं द्वारा सरस्वती वंदना और स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। अतिथियों ने 31वें और 32वें सम्मान समारोह के दौरान चयनित सभी कर्मचारियों को सम्मानित किया।
इस दौरान प. जानकी नारायण श्रीमाली, बनवारी शर्मा सहित कार्मिक, उनके परिजन तथा आमजन मौजूद रहे।

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