खारवाली में झोलाछाप की बंद कराई दुकान,स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त कार्रवाई
बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।

स्वास्थ्य विभाग की सख्ती के बावजूद झोलाछाप नीम हकीम बाज नहीं आ रहे हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इन पर शिकंजा कस लिया है। मंगलवार को प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से नीम हकीम झोलाछापों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए छतरगढ़ में एक अवैध नर्सिंग होम को सीज किया और खारवाली में एक झोलाछाप की दुकान को बंद कराई। साथ ही दोनों झोलाछापों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है। जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि के निर्देश अनुसार सीएमएचओ डॉ.पुखराज साध के पर्यवेक्षण में ब्लॉक सीएमओ खाजूवाला डॉ.मुकेश मीणा के नेतृत्व में उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया गया। उपखंड अधिकारी छतरगढ़ द्वारा गठित कार्रवाई दल में आयुर्वेद चिकित्सक डॉ.गजेंद्र सिंह तंवर, औषधि नियंत्रण अधिकारी अमृता सोनगरा, पुलिस थाना छतरगढ़ से एएसआई गोविंद सिंह व हेड कांस्टेबल योगेंद्र सिंह और तहसील छतरगढ़ से पटवारी नवनीत कुमार शामिल रहे।
सीएमएचओ डॉ.साध ने बताया कि कार्रवाई दल छतरगढ़ के रंगीला चौक पहुंचा तो पाया कि यहां गंगानगर नर्सिंग होम के नाम से एक क्लीनिक का अवैध संचालन किया जा रहा था। दुकान में 5 बेड बेड लगे हुए थे जिसमें चार मरीज भर्ती पाए गए जिन्हें ड्रिप लगाई जा रही थी। नर्सिंग होम संचालक कुलविंदर सिंह जो मरीज का इलाज कर रहा था उसके पास किसी प्रकार का कोई रजिस्ट्रेशन, सर्टिफिकेट, लाइसेंस व पंजीकरण नहीं था। बिना स्पष्ट बिल की दवाइयां व जांच उपकरण पड़े मिले। उपयोग की गई सिरिंज, ड्रिप सेट व अन्य मेडिकल वेस्ट यहां वहां फेके पड़े थे जो मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करते पाए गए। कार्रवाई दल द्वारा तत्काल अवैध नर्सिंग होम को सीज करते हुए छतरगढ़ पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई।
डॉ साध ने बताया कि दूसरी कार्रवाई पास ही के गांव खारवाली में की गई जहां बस स्टैंड के पास झोलाछाप द्वारा अवैध चिकित्सकीय सेवाएं दुकान पर दी जा रही थी। झोलाछाप दिनेश कुमार की दुकान पर उपलब्ध दवाईयां और जांच उपकरणों को जब्त करते हुए छत्तरगढ़ पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई।


