बीकानेर थिएटर फेस्टिवल : नेक चोर ने समाज की दिखाई तस्वीर, प्रभावी अभिनय से कलाकरों ने दर्शको को खूब हंसाया, नानक हिन्दुस्तानी को मिला निर्मोही नाट्य सम्मान - Nidar India

 बीकानेर थिएटर फेस्टिवल : नेक चोर ने समाज की दिखाई तस्वीर, प्रभावी अभिनय से कलाकरों ने दर्शको को खूब हंसाया, नानक हिन्दुस्तानी को मिला निर्मोही नाट्य सम्मान

बीकानेर,  निडर इंडिया न्यूज।

रंगकर्म प्रेमियों के लिए सोमवार का दिन खास रहा। यहां आयोजित किए जा रहे बीकानेर थिएटर फेस्टिवल में आज पांच नाटकों, एक नुक्कड़ नाटक द गैंग चैप्टर का मंचन हुआ। वहीं राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से स्नातक अजय कुमार और डॉ.ममता धवन ने बाफना अकादमी में मास्टर क्लास ली। जहां पर युवाओं को अभिनय की बारिकियां सीखने को मिली। आयोजन से जुड़े परमजीत वोहरा ने बताया कि बाफना अकादमी में अभिनय और मास्टर क्लास लगाई जा रही है, इसमें युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है।

नानक हिन्दुस्तानी को मिला सम्मान

आयोजन से जुड़े हंसराज डागा के अनुसार कार्यक्रम में आज सुबह के सत्र में टीएम ऑडिटोरियम में निर्मोही नाट्य सम्मान से वरिष्ठ रंगकर्मी नानक हिन्दुस्तानी को प्रदान किया गया। गौरतलब है कि नानक हिन्दुतानी ने निर्मोही व्यास के निर्देशन में नाटक देश की सीमा पर, किराये  के आंसू, बाबू जी सेठ सुधारचंद, कंजूस सेठ, सहित कई नाटकों में दमदार अभिनय से अपनी छाप छोड़ी थी। हिन्दुस्तानी को वर्ष 2022-23 में राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर द्वारा कला पुरोधा सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। नाट्य, लेखन, निर्देशन व अभिनय की विधा में भी पारंगत है।

इन नाटकों का हुआ मंचन

टोडरमल लालाणी ने बताया कि सुबह के पहले सत्र में आज टीएम ऑडिटोरियम में जयपुर की पैल-टूज आर्ट सोसायटी के तत्वावधान में कमलेश के निर्देशन और विजय के रूपांतर किए गए नाटक “नेक चोर” मंचन हुआ। इस नाटक के जरिए सभ्य समाज की तस्वीर को मंच पर बेहद खूबसूरत ढंग से पेश किया गया। कलाकरों की अदाकारी ने दर्शकों को गुदगुदाने पर मजबूर कर दिया। नाटक में गौरव कुमार, कल्पना मौर्य, विजय प्रजापत, अंजलि, सुभम, सोयल, विनय मुकुत सहित कलाकारों ने अभिनय किया।

दूसरा नाटक : बलि और शंभु

जतिन दुगड़ ने बताया कि कार्यक्रम में दूसरा नाटक जोधपुर की मयूर नाट्य संस्थान के तत्वाधान में “बलि और शंभु” का मंचन दोपहर के सत्र में टाउन हॉल में किया गया। डॉ.सुरेश प्रसाद रंगा के निर्देशन और मानव कॉल के लिखे नाटक  में  कलाकारों ने उम्दा अभिनय की छाप छोडी।

तीसरा नाटक : कांट पे वांट पे     

कार्यक्रम में तीसरी प्रस्तुति के रूप में शाम 5 बजे से रविन्द्र रंगमंच पर चंडीगढ़ की सात्विक आर्ट सोसायटी के तत्वावधान में अमिताभ श्रीवास्तव के लिखे और सरवर अली अमित सनेरिया निर्देशित नाटक कान्ट पे वान्ट पे मंचन किया गया। इसमें मुख्य रूप से अमित सानोरिया, सरवर अली, दिवजोत, जयन्तीका जैन सहित कलाकरों ने प्रभावी अभिनय किया।

वरिष्ठ रंगकर्मी कमल अनुरागी केअनुसार कार्यक्रम में अंतिम प्रस्तुति के रूप में जोधपुर की अभिनय गुरुकुल कल्चर एज्यूकेशन सोयायटी के तत्वावधान में लेखक और निर्देशित अरु व्यास के नाटक खांचे का मंचन रात साढ़े सात बजे टीएम ऑडिटोरियम में हुआ। नाटक देखने के लिए दर्शकों में भी जबर्दस्त उत्साह रहा।

रंगकर्मी सुनील जोशी ने बताया कि रेलवे,अनुराग कला केन्द्र और विरासत, टीएम ऑडिटोरियम, तोलाराम हंसराज डागा चेरिटेबल ट्रस्ट एवं हंशा गेस्ट हाउस के तत्वावधान में चल रहे इस फेस्टिवल में मंगलवार को

रंग संवाद – सुबह 10:00 – हंशा गेस्ट हाउस में होगा। वहीं दुलारी बाई नाटक का मंचन सुबह 11:30 – टी. एम. ऑडिटोरियम में होगा। दोपहर तीन बजे टाउन हॉल में बिष्टी लाणी का मंचन होगा। वहीं शाम पांच बजे रविन्द्र रंगमंच पर महारथी और शाम साढ़े सात बजे टीएम ऑडिटोरियम में जीना इसी का नाम का मंचन किया जाएगा।

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