बीकानेर थिएटर फेस्टिवल : मास्टर क्लास में सीखी अभिनय की बारिकियां, लोक शैली बात पोसी ने किया प्रभावित, बीकानेर के नाटक "दो अकेली" ने किया दर्शकों को मंत्रमुग्द, निर्मोही नाट्य सम्मान कल - Nidar India

बीकानेर थिएटर फेस्टिवल : मास्टर क्लास में सीखी अभिनय की बारिकियां, लोक शैली बात पोसी ने किया प्रभावित, बीकानेर के नाटक “दो अकेली” ने किया दर्शकों को मंत्रमुग्द, निर्मोही नाट्य सम्मान कल

बीकानेर,  निडर इंडिया न्यूज।

बीकानेर में इन दिनों कला प्रेमियों पर एक तरफ होली की मस्ती छा रही है। तो दूसरी और देश के ख्यातनाम रंगकर्मियों की कला से रूबरू होने का अवसर भी मिल रहा है। मौका है बीकानेर थिएटर फेस्टिवल का। रंगकर्म के इस महाकुंभ में रविवार को भी चार नाटकों का मंचन हुआ। आज नाटक का मंचन देखने के लिए केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल भी शामिल हुए।

आयोजन से जुड़े परमजीत वोहरा ने बताया कि बाफना अकादमी में अभिनय और मास्टर क्लास भी लगाई गई। जहां पर युवाओं ने उत्साह से भाग लिया। वहीं भीलवाड़ा के रंग निर्देशक गोपाल आचार्य ने लुप्त प्राय हो रही लोक शैली बात पोसी में बात बतंगड़ की आकर्षक प्रस्तुति दी। भारत नाट्य संस्था की ओर से हालरिया की “एक पेड़ की कहानी” जैन स्कूल के बच्चों ने प्रभावी प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम में शामिल हुए केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल।

इन नाटकों ने दर्शकों को बांधे रखा

आयोजन से जुड़े हंसराज डागा के अनुसार कार्यक्रम में आज सुबह के सत्र में साढ़े 11 बजे से टीएम ऑडिटोरियम में जयपुर की नुपुर संस्थान की ओर से कहानीकार अमृता प्रीतम की कहानी”अंतर्मन के धागे एक अमृता” का मंचन किया गया। इसकी परिकल्पना बबीता मदान की थी। नाटक में रुचि भार्गव नरुला, सर्वेश व्यास, आयुषी दीक्षित ने भूमिका अदा की।

बीकानेर के नाटक दो अकेली का भावपूर्ण दृश्य।

टोडरमल लालाणी ने बताया कि दोपहर के सत्र में बीकानेर सेठ तोलाराम बाफना अकादमी के तत्वावधान में रोहित बोड़ा निर्देशित और श्रीमती कांता के लिखे नाटक “दो अकेली” की शानदार प्रस्तुति टाउन हॉल में दी गई। इसमें बाफना स्कूल के विद्यार्थी और स्टाफ ने मंच पर अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी। नाटक का कथानक रिश्तों की अहमियत पर केन्द्रीत था।  खचाखच भरे टाउन हॉल में रंगकर्म प्रेमी दर्शकों ने भी कलाकारों का हौसला बढ़ाया।

जतिन दुगड़ ने बताया कि कार्यक्रम की तीसरी प्रस्तुति के रूप में लखनऊ की नीपा रंगमंडली की ओर से सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ निर्देशित नाटक “भगवद्ज्जुकीयम” का मंचन शाम 5 बजे रविन्द्र रंगमंच पर किया गया। इसका सह निर्देशन मृदुल भारद्वाज ने किया। मंच पर कलाकारों की दमदार प्रस्तुति ने दर्शकों को बांधे रखा। इस नाटक का मंचन अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भी किया जा चुका है।

कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति के रूप में शाम 7:30 बजे से टीएम ऑडिटोरियम में मुम्बई की पोटली थिएटर ग्रुप के तत्वावधान में  पवन उत्तम, विजय सिंह पंवार के लिखे और विजय सिंह परमार द्वारा निर्देशित नाटक गोल्डन बाजार की शानदार प्रस्तुति दी गई। इस नाटक का कथानक वेशावृत्ति सरीखे विषय पर आधारित था। उनके जीवन पर प्रकाश डालते नाटक ने कलाकारों से दाद बटौरी। कार्यक्रम में सोमवार को  भी चार नाटकों और नुक्कड नाटकों का मंचन होगा। वहीं मिलेनियम होटल में सुबह 10 बजे निर्मोही नाट्य सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा।

इनके सहयोग से हो रहा है आयोजन…

बीकानेर थिएटर फेस्टिवल जिला प्रशासन, बीकानेर विकास प्राधिकरण तथा उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा अनुराग कला केन्द्र और विरासत, टीएम ऑडिटोरियम, तोलाराम हंसराज डागा चेरिटेबल ट्रस्ट एवं हंशा गेस्ट हाउस के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है।

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