बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ पर आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का आगाज रविवार को होगा। पहले दिन राज्य की प्रत्येक पंचायत समिति के एक-एक गांव में शिविर लगेंगे जिसमें निशुल्क दवा, जांच, परामर्श और तेली कंसल्टेशन जैसी उच्चतर सेवाएं भी ग्रामीणों को घर के नजदीक उपलब्ध करवाई जाएगी।
जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने प्रत्येक शिविर को सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर अधिकाधिक आमजन को जोड़ने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने ग्राम वासियों से भी अपील की है कि वह गांव में ही मिल रही बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं का आधिकाधिक लाभ उठाएं।
सीएमएचओ डॉ.राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि ग्रामीण पीएचसी सीएचसी पर 15 दिसम्बर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। शिविरों का उद्देश्य राज्य के प्रत्येक नागरिक को सर्वोत्तम सुलभ और गुणवत्तायुक्त चिकित्सा सुविधा उपलध कराना है। शिविर तीन चरणों में लगाए जाएंगे। प्रथम चरण में सभी पीएचसी और सभी सीएचसी पर शिविर लगेंगे।
द्वितीय चरण में सभी पंचायत समिति मुख्यालय पर सबसे बड़े चिकित्सालय में एक-एक फॉलोअप शिविरों का आयोजन होगा। तीसरे चरण में जिला अस्पतालों में एक-एक रैफरल शिविर लगेगा। सप्ताह में प्रत्येक सोमवार और गुरूवार को एमसीएचएन दिवस होने और शनिवार-रविवार अवकाश होने के कारण शिविरों का आयोजन नहीं होगा।
मिलेगी ये सेवाएं
डॉ राजेश गुप्ता ने बताया कि शिविरों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, संचारी, गैर संचारी रोगों व अन्य रोगों की जांच और उपचार किया जाएगा। ई संजीवनी टेली कंसल्टेशन के माध्यम से गांव में बैठे रोगियों को जिला अस्पताल के अस्थि रोग विशेषज्ञ, चर्म रोग विशेषज्ञ तथा ईएनटी रोग विशेषज्ञ से सलाह लेने और उपचार करवाने का अवसर भी मिलेगा। इसके अलावा 30 वर्ष से अधिक आयु के शिविर में आने वाले सभी लोगों की ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और तीन कॉमन कैंसर जांचें होंगी। मोतियाबिंद के मरीजों की पहचान इन शिविरों में की जाएगी और उनके ऑपरेशन भी कराए जाएंगे। जिसके लिए उन्हें रैफर किया जा सकेगा और जरूरत के अनुसार चश्मों का वितरण भी किया जाएगा। शिविर में टीबी मरीजों की स्पूटम फोर एएफबी जांच, जरूरत होने पर एक्स-रे कराना, निक्षय पोषण योजना में वंचित व्यक्तियों का बैंक अकाउंट प्राप्त कर पोर्टल पर अपडेट करना, परिवार कल्याण के साधनों का वितरण, कुपोषित बच्चों की पहचान और उपचार, कुष्ठ रोगियों की जांच और उपचार, नियमित टीकाकरण सहित अन्य बीमारियों की जांच और उपचार किया जाएगा।
बड़ी संख्या में स्टाफ की होगी तैनाती
डॉ गुप्ता ने जानकारी दी कि प्रत्येक शिविर में दो चिकित्सकों के अलावा एक दंत रोग चिकित्सक, एक दंत तकनीशियन, नेत्र रोग विशेषज्ञ, नेत्र सहायक और आयुष चिकित्सक मौजूद रहेंगे। इनके साथ नर्सिंगकर्मी, लैब टैक्नीशियन, लैब सहायक, एलएचवी, एसटीएस, एसटीएलएस, फार्मासिस्ट, एएनएम, सीएचओ, बीपीएम भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा आशा सहयोगिनियों और डोमेस्टिक ब्रीडिंग चैकर्स की सहायता भी ली जाएगी। शिविर स्थल पर 108 या अन्य एंबुलेंस भी मौजूद रहेगी, ताकि समय पर उसका उपयोग किया जा सके। शिविरों में जिला अस्पताल स्तर तक की दवाइयां उपलब्ध रहेंगी।
पहले दिन यहां लगेंगे शिविर
15 दिसंबर रविवार को पंचायत समिति बीकानेर के केसर देसर जाटान में, लूणकरणसर के शेखसर में, खाजूवाला के दंतौर में, पूगल के अमरपुरा में, कोलायत के अक्कासर में, बज्जू के बीकमपुर में, श्रीडूंगरगढ़ के उदरासर में, नोखा के बादनू और पांचू पंचायत समिति के मूलवास सीलवा में उद्घाटन शिविर आयोजित किए जाएंगे।