बीकानेर,निडर इंडिया न्यूज।
मंत्रालयिक संवर्ग के अधिकारियों और कर्मचारियों की रिव्यु व नियमित डीपीसी नहीं होने से कार्मिकों में रोष है। इसको लेकर शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ की और से निदेशालय के सामने बीते 21 दिन से धरना दिया जा रहा है। रविवार को भी धरना स्थल पर कार्मिक डटे रहे। प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य एवं प्रदेश संस्थापक मदन मोहन व्यास के नेतृत्व में चल रहे धरने में बड़ी संख्या में शिक्षक संघ के पदाधिकारी शामिल हुए।
कमल नारायण आचार्य ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग में मंत्रालयिक संवर्ग को रिव्यु एवं नियमित डीपीसी तथा ऑनलाईन काउंसलिंग के माध्यम से पदौन्नति पर पदस्थापन के लाभ से वंचित किया जा रहा है, इससे हजारों कर्मचारियों को करीब 5000 से 8000 रुपए का प्रतिमाह नुकसान हो रहा है, साथ ही मंत्रालयिक कर्मचारियों में भारी आक्रोश फैल रहा है। गौरतबल है कि शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल को केन्द्रीय मंत्री के कार्यालय से 25 नवंबर से पहले कार्य करने का लिखित संदेश किया गया था। लेकिन आज तिथि तक राज्य सरकार और शिक्षा प्रशासन की ओर से आश्वासन की पूर्ति नहीं की गई है।
आचार्य ने बताया कि समस्त उच्च स्तरों को ईमेल के द्वारा आज दोबारा ज्ञापन प्रेषित कर अवगत करवा गया है कि 25 नवंबर तक मांगे मानकर संघ को सूचित नहीं करने की स्थिति में आन्दोलन का आगामी चरण 28 नवंबर (गुरूवार) को सुबह 11.00 बजे से शासन सचिवालय जयपुर से मुख्यमंत्री आवास और राज्यपाल के आवास तक पैदल मार्च किया जाएगा। तब तक निदेशालय पर अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। धरने के समर्थन में जितेन्द्र गहलोत प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र महासंघ, कमलनयन सिंह, गोविन्द सिंह, रविन्द्र पुरोहित, शरद चैधरी, आदि शामिल रहे।