बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
देवउठनी एकादशी से शहर में एक बार फिर से शहनाइयों की गूंज सुनाई देगी। बैंड-बाजा और बरातियों की धूम रहेगी। देवउठनी एकादशी पर 12 नवंबर को सुथार समाज की ओर से सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया जाएगा। इसमें 13 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। धरणीर मैदान परिसर इसका साक्षी बनेगा। इस संबंध में आज श्री विश्वकर्मा सुथार समाज सामूहिक विवाह, समिति के तत्वावधान में होने वाले आयोजन को लेकर आज संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देने के लिए धरणीधर महादेव मंदिर परिसर में विवाह समिति के अध्यक्ष नवरतन धामू ने बताया कि समिति ने अब तक सामूहिक विवाह के माध्यम से 123 जोड़ों को परिणय सूत्र में जोड़ा है। इस बार 13 जोड़े बंधने के साथ यह 136 जोड़ों का अब तक का सफर पूरा हो जाएगा। इस बार होने वाले मांगलिक कार्यक्रम सोमवार 11 नवम्बर को शाम 6.15 बजे सुन्दरकाण्ड पाठ के साथ शुरू हो जाएंगे। इसके बाद 12 नवम्बर मंगलवार को पाणिग्रहण संस्कार होगा। इससे पूर्व शाम 5.15 बजे बारात स्वागत कार्यक्रम रहेगा। शाम को प्रीतिभोज शुरू होगा।
श्याम सुंदर बरड़वा ने बताया कि सामूहिक विवाह में शामिल वर-वधु को समिति की ओर से 21 हजार रुपए राज्य सरकार की ओर से प्रोत्साहन स्वरूप दिलवाए जाते हैं। यह राशि बीते पांच सामूहिक विवाह आयोजन से लगातार दी जा रही है। इसके अलावा समिति पर्यावरण सुरक्षा के लिए आयोजन में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करने का निर्णय लिया है। नि:शुल्क उपलब्ध करवाया वैवाहिक स्थल परिसर श्याम सुंदर बरड़वा ने बताया कि धरणीधर महादेव ट्रस्ट की ओर से विवाह सहित समस्त आयोजन के लिए स्थल नि:शुल्क उपलब्ध करवाया गया है। श्री विश्वकर्मा सुथार समाज सामूहिक विवाह, समिति के मंत्री शिवप्रकाश डोयल ने बताया कि सामूहिक विवाह समारोह के सफल आयोजन को लेकर समितियों का गठन कर जिम्मेदारी सौंपी गई है।
महिलाओं को मिल रहा सम्बल
बरड़वा ने बताया कि समिति सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्य भी निरन्तर करते हुए समाज की विधवा महिलाओं को भामाशाहों के माध्यम से हर माह 750 रुपए की आर्थिक सहायता पैंशन के रूप में उपलब्ध करवाती है। सरकार की ओर से पेंशन योजना के अतिरिक्त यह राशि जरुरतमंद के खाते में हस्तांतरित कर दी जाती है। संस्थापक सदस्य कन्हैयालाल बरड़वा ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिवंगत देवाराम कुलरिया (सीलवा) के पुत्र भूराराम, चीमाराम, दीपक, लालचन्द होंगे। वहीं विशिष्ट अतिथि गुंसाईसर के जगदीश प्रसाद धामू होंगे। मंत्री शिवप्रकाश डोयल ने बताया कि सामूहिक विवाह में तुलसी विवाह के लाभार्थी गीतादेवी आसदेव पत्नी अर्जुनराम आसदेव होगी।