बीकानेर,निडर इंडिया न्यूज।
पदोन्नति नहीं होने से शिक्षा विभाग में कार्यरत कार्मिकों में रोष है। डीपीसी काउंसिलिंग नहीं होने से खफा शिक्षा विभागीय कर्मचारी सघ की ओर से निदेशालय पर धरना दिया जा रहा है। प्रदेशाध्यक्ष कमलनारायण आचार्य के नेतृत्व में धरना आज चौथे दिन भी जारी रहा।
आचार्य ने बताया कि निदेशक अनुपस्थिति में इन्द्रा चैधरी,उपनिदेशक प्रशासन से वार्ता कर अपनी बात रखी गई। इसमें संघ के संस्थापक मदन मोहन व्यास एवं प्रदेशाध्यक्ष कमलनारायण आचार्य शामिल रहे। वार्ता में आरपीएससी 1986 के कार्मिकों की डीपीसी के लिए राज्य सरकार की ओर से चाही गई छाया पदों को स्वीकृत करने के सम्बन्ध में लगाये गये आक्षेपों का जवाब देने में विलम्ब करने पर आक्रोश जताया गया। शिक्षा निदेशक एवं शिक्षा सचिव ने 28 अक्टूबर को बैठक के दौरान जयपुर में दिए गए, निर्देशों की पालना में मंत्रालयिक संवर्ग के पदस्थापन के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग के प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाने में देरी किए जाने पर भी रोष जताया गया। साथ ही सहायक प्रशासनिक अधिकारियों की मिश्रित वरिष्ठता सूची भी अविलम्ब जारी करने की मांग की गई। वार्ता के दौरान चैधरी ने दो दिवस में कार्य करने का आश्वासन दिया।
आज धरने पर प्रदेश संस्थापक मदन मोहन व्यास, प्रदेशाध्यक्ष कमलनारायण आचार्य, जितेन्द्र गहलोत तथा समर्थन में शशि कुमार चौधरी, राजेश व्यास, सुन्दरलाल, गिरधर रंगा, राजेन्द्र कुमार मोदी, विवेक बिस्सा, हरिमोहन चैधरी, बंशीलाल जोशी, राजेश गहलोत, मग्नेश्वर, कुलदीप जोशी, प्रशान्त यादव, परमेन्द्र कुमार त्रिवेदी, विष्णुदत पुरोहित, बिरमदेव रंगा आदि शामिल रहे।
प्रदेशाध्यक्ष कमल नारायण आचार्य ने बताया कि धरने को शिक्षक संघ रेस्टा के प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद, सभाध्यक्ष गोपाल शर्मा, जिलाध्यक्ष सीताराम डूडी, अविनाश जी, डूंगरदान चारण, आदि ने भी समर्थन दिया।