पत्रकारिता की बदल गई परिभाषा, यूनिक बीकाणा पुस्तक के लोकार्पण समाारोह में बोले-वक्ता, शामिल हुए नगर के गणमान्य - Nidar India

पत्रकारिता की बदल गई परिभाषा, यूनिक बीकाणा पुस्तक के लोकार्पण समाारोह में बोले-वक्ता, शामिल हुए नगर के गणमान्य

बीकानेर, Nidarindia.com
उदय भास्कर न्यूज पोर्टल और नारीदूत न्यूज के तत्वावधान में तैयार पुस्तक -यूनिक बीकाणा- का लोकार्पण समारोह शनिवार को हुआ। जिला उद्योग संघ के सभागार में आयोजित हुए कार्यक्रम में अतिथियों ने पुस्तक पर प्रकाश डाला। साथ ही इस प्रयास की सराहना करते हुए इस यात्रा को आगे भी जारी रखने की बात कही।

इस अवसर पर जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के अध्यक्ष नरसिंह व्यास, पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश पासवान, अर्जुन पुरस्कार विजेता फुटबॉलर मगन सिंह राजवी, साहित्यकार, वरिष्ठ पत्रकार मधु आचार्य, भाजपा शहर अध्यक्ष विजय आचार्य, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डीपी पचीसिया बतौर अतिथि मंच पर मौजूद रहे।

पत्रकारिता का बदला दौर देखा है

कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार मधु आचार्य ने कहा कि आज पत्रकारिता की परिभाषा बदल गई है। उन्होंने कहा पहले पत्रकारिता एक मिशन हुआ करती थी। धीरे-धीरे वो व्यवसाय बन गया। पत्रकारिता करना बड़ी चुनौती हुआ करती थी, आज मायने ने बदल गए है। उन्होंने कहा कि आज न्यूज पोर्टल का जन्म हो गया है। समाचार प्रकाशित करने का यह जरिया भी सशक्त है। तभी तो आज बड़े मीडिया घराने भी न्यूज पोर्टल शुरू कर चुके हैं। मधु आचार्य ने यूनिक बीकाणा पुस्तक के प्रकाशन पर लेखक प्रमोद आचार्य और संपादक पीडी व्यास की सराहना की। साथ ही उन्हें शुभकामनाएं भी दी।

कार्यक्रम में आईजी ओमप्रकाश ने कहा कि शहर की प्रतिभाओं को उबारना, उनका परिचय आमजन से लेखन के माध्यम से कराना बड़ा ही सराहनीय काय है। इसके लिए लेखक बधाई के पात्र है।
भाजपा शहर अध्यक्ष विजय आचार्य ने कहा कि आज यूनिक बीकाणा ने शहर की प्रतिभाओं से रूबरू कराने का प्रयास किया है, उम्मीद करते हैं, आगे भी इनका सफर जारी रहे। आचार्य ने लेखक प्रमोद आचार्य और पीडी व्यास को शुभकानाएं दी।
प्रतिभाओं का है समावेश
लेखक प्रमोद आचार्य ने प्रकाश डालते हुए कहा कि लेखन की ऑफ बीट लेखन पत्रकारिता की एक विधा है। मेरी इसमें रूचि रही है, क्योंकि ऑफ बीट लेखन के किरदार यूनिक होते हैं। उन्होंने कहा कि अपने कल्पना को साकार रूप देने के उद्देश्य से इस किताब का विचार मन में आया। आज इस पुस्तक में बीकानेर की ३३ प्रतिभाओं से परिचय कराया जा रहा है, यह सभी प्रतिभाएं अपने आप में यूनिक है।

संपादक पीडी व्यास ने कहा कि हमने एक छोटा प्रयास किया है, बीकानेर में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। हलांकि कई तरह की चुनौतियां का सामना भी पुस्तक को तैयार करने में करना पड़ा। संचालन करते हुए रविन्द्र हर्ष ने कहा कि बीकानेर तो साहित्य जगत का समन्दर है। यहां के साहित्याकारों की ख्याति देशभर में फैली है। इसी शृंखला में प्रमोद आचार्य ने एक नई पहल की है। कार्यक्रम में हरीश बी. शर्मा, भंवर पुरोहित, रूप किशोर व्यास उर्फ रूपा महाराज, डॉ.विठ्ठल बिस्सा, द्वारिका प्रसाद पचीसिया आदि ने विचार रखें।
कार्यक्रम के दौरान ही वहां मौजूद प्रतिभाओं को पुस्तक भेंट की गई।

यह रहे मौजूद
बीकानेर प्रेस क्लब के अध्यक्ष भवानी जोशी, जार के जिला अध्यक्ष श्याम मारू, प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष जयनारायण बिस्सा, कुशाल सिंह मेड़तिया, विक्रम जागरवाल, धीरज जोशी, रमेश बिस्सा, निशांत बिस्सा, नवेन्दु अग्निहोत्री, संजय आचार्य, नरेश श्रीमाली, बॉबी आनंद आचार्य, राहुल व्यास, ज्योति प्रकाश रंगा, बलदेव रंगा, गिरीश श्रीमाली, अनुराधा सक्सेना, कौशल्या आचार्य, भंवरी पीडी व्यास,श्रुति बोथरा, आशा आचार्य, विजयश्री आचार्य,डॉ.कृष्णा शर्मा सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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