बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
दीपावली का पर्व अब महज आठ दिन दूर है। बाजारों में त्योहार हो लेकर भीड़ बढ़ने लगी है। घरों में लोग तैयारियों में जुटे हैं। दूसरी तरफ शहर में अभी भी सफाई की माकूल व्यवस्था नहीं है। तो कई मोहल्लों में टूटी सड़के अभी भी मरम्मत होने का इंतजार कर रही है।
हालात इतने बदतर है कि पूर्व काबिना मंत्री डॉ.बीडी कल्ला के आवास के आगे गुजरने वाली सड़क पर दो स्थानों पर सीवरेज जाम पड़ी है, इस कारण सड़क क्षतिग्रस्त हो रखी है। बीते लंबे समय से यह हालात है, सीवरेज का पानी दिनभर सड़क पर पसरा रहता है। निगम प्रशासन ने एक बार गड्ढ़ों को भरने के लिए मिट्टी डालकर इतिश्री कर ली, लेकिन उसका स्थायी हल अभी भी नहीं निकला। स्थिति जस की तस पड़ी है। डागा मोहल्ले में आसपास की गलियों में भी सीवरेज डालने के बाद सड़कों का डामरीकरण अभी तक नहीं हुआ है। इस कारण राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन संबंधित विभाग कुंभकरणी नींद में सो रहा है।
प्रशासन ने किया था दावा
बीते दिनों जिला प्रशासन ने जोर-शोर से सड़कों के दुरुस्त करने का दावा किया था। कई स्थानों में मंथर गति से पेच वर्क शुरू भी हुआ है, लेकिन बड़ी संख्या में अभी शहरी क्षेत्र में ही सड़के क्षतिग्रस्त है। ऐसे में राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
खुले चैम्बरों से हादसे की आशंका
शहर कई इलाकों में सीवरेज चैम्बर खुले पड़े हैं। दिन में कई बार सीवरेज जाम होकर दूषित पानी सड़कों पर भी आ जाता है। टूटी सड़कें और खुले चैम्बर हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं। त्योहार का मौका होने के कारण मुख्य बाजारों, मार्गों पर लोगों की आवाजाही बढ़ गई है। साफ-सफाई की व्यवस्था भी निगम की पोल खोल रही है।
यहां सड़के क्षतिग्रस्त
रानी बाजार में अंडर ब्रिज से पहले चौराहे पर क्षतिग्रस्त सड़क से होकर गुजरना दुभर है। दिनभर धूल उड़ती रहती है। मुख्य सड़क होने के कारण हर समय वाहन चालकों की आवाजाही रहती है। इससे सड़क व्यस्त भी रहती है। इसी तरह जैन स्कूल से आचार्य बागेची तक जाने वाले मार्ग पर दोनों तरफ निर्माणधीन मकानों से निकलने वाला मलबा और दूसरी तरफ शहर से एकत्रित यहां डाला गए कचरे का ढ़ेर लगने लगा है।
इससे रास्ता छोटा गया है। हर समय यातायात रहता है, लेकिन धूल उड़ती रहती है। इससे लोगों को परेशानी होती है। वहीं मोहता सराय रोड खुले पड़े सीवरेज के चेम्बर हादसे को न्यौता दे रहे हैं। डागा चौक क्षेत्र में जहां जहां बीते दिनों सीवरेज डाली गई थी, वहां आजतक डामरीकरण नहीं हुआ। लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में भी सड़क क्षतिग्रस्त है। यहां पर रोजाना सैकड़ों दर्शनार्थी आते है, उनको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जस्सूसर गेट से कोठारी अस्पताल की ओर जाने वाली सड़क भी कई स्थानों से क्षतिग्रस्त है।