बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
बदमाशों के हौसले बुलंद है। पुलिस को धत्ता बताकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। खासकर मारपीट की घटनाएं बढ़ती जा रही है। अलग-अलग थानों में मारपीट के तीन प्रकरण दर्ज किए गए हैं।
पहला मामला : नया शहर थाने में मारपीट का मामला परिवादी पारीक चौक निवासी हर्ष पारीक पुत्र राकेश पारीक ने दर्ज कराया है। परिवादी का आरोप है वो 28 सितंबर को रात करीब आठ-साढ़े आठ बजे जस्सूसर गेट के अंदर, शीतला माता मंदिर के पास अपने मित्र जितेन्द्र सिंह सेंगर, अजय बिनावरा व कौशल पारीक के साथ बैठा था। उसी समय ऋषि पारीक, गौरव पारीक उर्फ गोविन्, निवासी मुरलीधर व्यास कॉलोनी, राघव व्यास, निवासी पाड़ाय माताजी मंदिर के पास, लखन पारीक, निवासी सोनगरी कुआं, जय जोशी, निवासी पारीक चौक औ तीन-चार अन्य ने एकराय होकर आए और रुपए की मांग करते हुए परिवादी के साथ मारपीट की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
जाति सूचक गालियां निकालने का आरोप
मारपीट का एक मामला मुक्ता प्रसाद नगर में दर्ज किया गया है। सर्वोदय बस्ती निवासी, परिवादी दुल्लाराम पुत्र मोटाराम ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। प्रार्थी का आरोप है कि ओमप्रकाश सोनी, निवासी महादेव नगर, फुसी देवी ने 26 सितंबर को रास्ता रोक कर मारपीट की और जाति सूचक गालियां निकाली, जेब में रखे रुपए छीनकर ले गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
मारपीट के परस्पर मामले दर्ज
महाजन थाने में मारपीट का परस्पर मामला दर्ज किया गया है। पहला मामला परिवादी डूंगरराम राईका ने दर्ज कराया है। परिवादी का आरोप है कि उसका पुत्र पिकअप पर चालक का काम करता है। वो 27 सितंबर को लूणकरणसर किसी रिश्तेदार से 50 हजार रुपए नकदी लेकर लावणी करने के लिए बडेरण बायलर के पास से गुजरते समय किशनलाल, श्रवण जाट ने परिवादी के पुत्र प्रकाश के साथ लाठियों से मारपीट की और रुपए छीन लिये। प्रकाश का पीबीएम में उपचार चल रहा है।
दूसरी और दूसरा मामला किशनलाल पुत्र सावंतराम ने दर्ज कराया है। परिवादी का आरोप है कि वो बडेरण गांव में शराब की दुकान में सेल्समैन का काम करता है। जहां पर 27 सितंबर को प्रकाश अपनी पिकअप गाड़ी लेकर आया और उसे दुकान से बाहर निकलने का कहने लगा। बायलर के पास घात लगाकर बैठ गया, आरोप है कि जब परिवादी बॉयलर के पास से गुजरने लगा तो प्रकाश ने खुरपे से मारपीट की। इस के बाद गांव का ही श्रवण उसे अस्पताल ले गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद वापिस गांव आया तो, वहां पंचायत हो रही थी, डूंगरराम ने परिवादी को जान से मारने धमकी दी।