-योग्यता के आधार पर मृतक के एक शिक्षित आश्रित को मिलेगी नौकरी, काम पर लौटे कार्मिक
बीकानेर,निडर इंडिया न्यूज।
बिजली कंपनी बीकेईएसएल के लिए काम करने वाले एक लाइन मेन की करंट से बीते दिनों मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से ही मामला गर्माता जा रहा था। मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी हरकत में आ गई थी। कंपनी के खिलाफ रोष जताया जा रहा था। कांग्रेस के पूर्व केबिनेट मंत्री गोविन्दराम मेघवाल सहित कई नेता आज सुबह धरने पर बैठ गए थे। लेकिन बाद में कलक्टर की मौजूदगी में दोनों पक्षों में समझौता हो गया और मांगों पर सहमति बन गई। इसके बाद हड़ताल पर चल रहे कार्मिक भी काम पर लौट आए और लंबित पड़ी फॉल्ट की शिकायतों का निस्तारण भी शुरू कर दिया है।
आखिरकार इन मांगों पर बनी सहमति
बीकेईएसएल के प्रवक्ता अशोक शर्मा के अनुसार बीकेईएसएल की वेंडर कम्पनी हिन्दुस्थान इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन पीडित परिवार को एकमुश्त 25 लाख रुपए देगी। साथ ही पीडित परिवार को प्रोविडेंट फंड एक्ट, कर्मचारी राज्य बीमा एक्ट और ग्रेज्युटी एक्ट के नियमों के तहत सभी परिलाभ दिए जाएंगे पीफ व ईएसआई एक्ट के नियमानुसार परिवार के एक सदस्य को पेंशन दी जाएगी। साथ ही परिवार एक सदस्य को उनकी शिक्षा, उम्र और योग्यता के आधार पर कम्पनी में नौकरी दी जाएगी।
आज हुई समझौता बैठक में जिला कलक्टर, कम्पनी के प्रतिनिधि, पूर्व मंत्री गोविन्द राम मेघवाल और पीडित परिजन रहे। इस दौरान बैठक में सभी कार्यरत कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए 25 लाख रुपए को ग्रुप टर्म लाइफ इन्श्योरेंस कराया जाएगा। यह एक जनवरी से लागू होगा, यह लाभ उन कर्मचारियों पर लागू होगा जो कम से कम एक साल की सेवा पूरी कर सकेंगे। प्रवक्ता के अनुसार मांगों पर सहमति बनने के बाद बीते दिनों से हड़ताल पर चल रहे एफआरटी टीम के कार्मिक काम पर लौट आए हैं।
गौरतलब है कि जवाहर नगर क्षेत्र में तेजकरण मेघवाल नामक बिजली कर्मचारी काम कर रहा था। इस दौरान करंट लगने से घायल हो गया। पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में इलाज के दौरान उसकी शनिवार को मौत हो गई थी। इसके बाद से विरोध प्रदर्शन का सिलसिला चल रहा था। उधर, घटना के बाद फॉल्ट सही करने वाले कार्मिकों ने हड़ताल कर दी थी, ऐसे में शहरभर में सैकड़ों बिजली संबंधित शिकायतें अटक गई थी।