बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।

बीकानेर के पांचू निवासी जवान रामस्वरूप कस्वां के श्रीनगर में गोली लगने के बाद मौत हो गई थी, लेकिन परिजनों का आरोप है कि उनकी सहादत को आत्महत्या का नाम दिया जा रहा है, इसको लेकर आज बड़ा विवाद खड़ा हो गया। मृतक के परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में केप्टन चंद्र चौधरी सर्किल पर पहुंचे और विरोध जताया। मांग नहीं मानने पर राष्ट्रीय राज मार्ग जाम कर दिया ।
साथ ही सैनिक कल्याण अधिकारी को निलम्बित करने की मांग ग्रामीणों और परिजनों ने की, साथ् ही कस्वां को शहीद का दर्जा और पैकेज देने की मांग उठाई। सुबह करीब साढ़े छह बजे कस्वां का शव तय कार्यक्रम के अनुसार कैप्टन चंद्र चौधरी स्मारक पर लाना था। जहां श्रद्धांजलि का कार्यक्रम था। लेकिन कस्वां का शव मिलिट्री की गाड़ी में पांचू के लिए सीधे रवाना कर दिया गया। गांव के सरपंच प्रतिनिधि पप्पू सियाग ने ट्रक को रुकवाया। बड़ी संख्या में दूसरे लोग पहुंचे तो ट्रक को वापस आर्मी कैंट के लिए रवाना कर दिया गया।

बाद में बड़ी संख्या में लोग चंद्र चौधरी स्मारक पहुंचे। जहां विरोध दर्ज कराया गया कि कस्वां को शहीद का दर्जा देने के बजाय यह कहा गया कि उसने आत्महत्या की है। म्युजियम सर्किल के पास स्थित इस स्मारक पर देखते ही देखते काफी भीड़ जमा हो गई। नोखा विधायक सुशीला डूडी और श्रीडूंगरगढ़ के पूर्व विधायक गिरधारी महिया, कांग्रेस नेता शिवलाल गोदारा भी पहुंच गए। कस्वां के भाई श्रीराम कस्वां और पिता भी मौजूद रहे। अब इन लोगों ने साफ कर दिया कि जब तक कस्वां को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाएगा और आत्महत्या बताने वाले जिला सैनिक क्ल्याण अधिकारी पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक शव नहीं लिया जाएगा।

वार्ता में नहीं बनी बात
ग्रामीणों से बात करने के लिए अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर, एसडीएम, अतिरिक्त पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे लेकिन कोई भी शहीद का दर्जा दिलाने की मांग पर आश्वासन नहीं दे पाए। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया।
बीकानेर-जयपुर राष्ट्रीय राज मार्ग जाम
आक्रोशित ग्रामीणों ने बाद में म्यूजियम सर्किल के पास राष्ट्रीय राज मार्ग को जाम कर दिया। बीकानेर-जयपुर मार्ग पर बड़ी संख्या में वाहनों की कतारें लग गई है। यातायात पुलिस ने जिला परिषद के पास से वाहनों को डाइवर्ट करना शुरू कर दिया।

