आस्था : बीकानेर में साकार होगी बंगाल की संस्कृति, कोलकाता से आई मिट्‌टी से तैयार हो रही प्रतिमाएं, जान फूंक रहे हैं बंगाल के कलाकार - Nidar India

आस्था : बीकानेर में साकार होगी बंगाल की संस्कृति, कोलकाता से आई मिट्‌टी से तैयार हो रही प्रतिमाएं, जान फूंक रहे हैं बंगाल के कलाकार

रमेश बिस्सा

बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज। 

महानगर कोलकाता की तर्ज पर बीकानेर में भी दुर्गा पूजा उत्सव मनाया जाता है। इस बार भी रानी बाजार की शर्मा कॉलोनी स्थित बंगाली मंदिर में इन दिनों देवी दुर्गा की प्रतिमा आकार ले रही है। बंगाल से आए कलाकार दिन-रात प्रतिमा तैयार करने में जुटे हैं। वहीं बीकानेर में रह रहा बंगाली समाज भी दुर्गापूजा महोत्सव मनाने की तैयारियों में जोर-शोर से जुट गया है। मंदिर परिसर में इन दिनों रंग-रोगन का काम चल रहा है।

यह फाइल फोटो है : बीते साल रानी बाजार बंगाली मंदिर में शृंगारित प्रतिमा का।

बंगाल की परम्परा निभाएंगे

बीकानेर बंगाली समाज संस्थान मंदिर के अध्यक्ष संदीप साह ने बताया कि यहां पर आज भी पश्चिम बंगाल की तर्ज पर ही दुर्गा पूजा महोत्सव मनाया जाता है। यहां पर पूरी तरह से बंगाल की परम्परा का निर्वाह किया जाता है।

 

 

संदीप साह, अध्यक्ष

पूजा के दौरान देवी माता की आरती, पूजा-अर्चना करने के लिए बंगाल से ही पंड़ित आएंगे, जो यहां मां की पूजा अर्चना करेंगे। साह के अनुसार प्रतिमाएं तैयार करने के लिए हावड़ा के कलाकार प्रदीप सरदार और उनकी टीम बीते एक माह से जुटी है। यह प्रतिमाएं नवारात्रा शुरू होने तक पूर्णरूप से तैयार होकर आकार में आ जाएगी।

बंगाल की मिट्‌टी अहम

संस्थान के पदाधिकारियों के अनुसार यहां पर दुर्गा माता की जो प्रतिमाएं तैयार की जा रही है, उसमें कोलकाता से लाए गंगा की मिट्‌टी, घास, लकड़ी के साथ ही परम्परा के अनुसार सोनागाछी से लाई मिट्‌टी का मिश्रण भी किया गया है। प्रतिमओं को बनाने के लिए कोलकाता से कलाकार एक डेढ़ माह पूर्व ही आ जाते हैं।

छठे नवरात्रा को होगी स्थापना

अध्यक्ष के अनुसार बंगाली मंदिर में छठे नवरात्रा के दिन विधविधान से मां देवी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके बाद अगले दिन महा सप्तमी का विशेष पूजन होगा। दुर्गाष्टमी पर पुष्पांजलि होगी। विजय दशमी के दिन सुबह पूजन होगा और दोपहर 12 बजे से सिन्दुर खेला की रस्म निभाई जाएगी। फिर दोपहर तीन बजे बाद से देवी की विदाई होगी, इसमें देवी कुंड सागर में प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा।

बीकानेर में 1942 से पूजा

बंगाली समाज संस्थान के पदाधिकारियों के अनुसार बीकानेर में 1942 से बंगाली समाज दुर्गा पूजा मना रहा है। वहीं शर्मा कॉलोनी स्थित बंगाली समाज संस्थान के मंदिर में 1959 से यह महोत्सव मनाया जा रहा है। यहां पर करीब 60 से 70 बंगाली परिवार रहते हैं।

यहां भी मनाया जाता है

बीकानेर में भीतरी परकोटे में सदाफतेह में विष्णु देराश्री के निवासी पर महोत्सव मनाया जाता है। वहीं मोहता चौक, लखोटिया चौक, चौथानी ओझा, नत्थूसर गेट के अंदर और बाहर, काश नदी, बेनीसर बारी, रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र, सूरदासाणी गली सहित क्षेत्रों में दुर्गा पूजा महोत्सव मनाया जाता है।

 

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