बीकानेर, निडर इंडिया न्यूज।
“चालो-चालो रुणीचा धाम, बण जासी रे थारां काम, चाल रे भायला रुणीचे…भजन की यह पंक्तियां जैसलमेर रोड पर इन दिनों साकार हो रही है।
हाथों में ध्वजा। जुबां पर बाबा रामदेवजी के जयकारे। झूमते-नाचते और कंधों पर जरुरत का सामान लटाकाए आगे बढ़ते पदयात्री। अवसर है लोक देवता बाबा रामदेवजी के दर्शन के लिए पैदल जाने वालों का। अमावस्या होने के कारण बड़ी में श्रद्धालु बाबा रामदेवजी के दर्शन के लिए निकल पड़े हैं। बीकानेर के आसपास के गांवों, पंजाब, हरियाणा, गंगानगर, हनुमानगढ़, नौहर सहित आसपास के क्षेत्रों से निकले पदयात्री आज बीकानेर होकर आगे बढ़ रहे हैं। बाबा के जयकारों से राजमार्ग गूंजने लगा है। यह सिलसिला अभी दो-तीन दिन तक रहेगा।
चल रहे है सेवा शिविर
पदयात्रियों के लिए रास्ते में सेवा शिविर भी मुस्तैद हो गए हैं। बीकानेर जैसलमेर रोड पर कई स्थानों पर चाय-नाश्ता की सेवा की जा रही है। वहीं नाल, गजनेर, कोलायत, दियतरा, नोखड़ा, कानजी सिड, शेखासर, डाली बाई, रामदेवरा तक पद यात्रियों की सेवा में दर्जनों संस्थाएं मुस्तैदी के साथ जुट गए हैं।
गजनेर में आरसीटी का शिविर चल रहा है। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के लिए चाय, नाश्ता,भोजन की व्यवस्था की गई है। रामदेव चेरिटेबल ट्रस्ट (कोलकाता) अशोक पुरोहित ने बताया कि बीकानेर से 27 किमी दूरी पर गजनेर के समीप यह सेवा शिविर लगाया गया है, यह कल शाम तक जारी रहेगा। सोमवार को गंगानगर, हनुमानगढ़ व अन्य आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पदयात्री आए है, जो रामदेवरा जा रहे हैं। उनके लिए शीतल जल, छांव, चाय-नाश्ता और भोजन की व्यवस्था की गई है।
यहां भी चल रही है सेवा
गजनेर फांटे पर माताजी मंदिर के समीप ही रुणीचा सेवा समिति के तत्वावधान में यात्रियों के लिए सेवा शिविर लगाया गया है। जहां पर चाय-नाश्ता, भोजन और शीतल जल की सेवा लगाई गई है। समिति के मांगीलाल खींची और राधेश्याम ने बताया कि दूर दराज से आने वाले यात्रियों को परेशानी नहीं हो इसके लिए सेवा शिविर लगाया गया है।
मुम्बई व अहमदाबाद की संस्था
सजे-धजे रथ में चांदी से निर्मित बाबा की प्रतिमा और झूमते गाते जाते सेवादार।
मुम्बई अहमदाबाद के बीकानेर ब्राह्मण स्वर्णकार सेवा ट्रस्ट की ओर से बीकानेर से 99 किमी दूरी पर खिदरत के समीप ही सेवा शिविर लगाया गया है। जहां पर चाय, नाश्ता, पानी, भोजन के साथ ही आराम करने समुचित व्यवस्था की गई है। साथ ही चिकित्सा सेवा भी मौजूद रहेगी। संस्था बीते 40 साल से सेवा कार्य कर रही है। ट्रस्ट की ओर से 7 सितंबर तक पैदल के रास्ते में शिविर चलाया जाएगा। ट्रस्ट का रथ आकर्षण का केन्द्र है। इसमें चांदी से जड़ित बाबा की प्रतिमा सभी का अपनी और खींचती है।
इसके लिए बीकानेर से ट्रस्ट का रथ गाजे-बाजे के साथ रवाना किया गया था। रथ में बाबा रामदेवजी की चांदी की प्रतिमा विराजमान है। रथ का जगह-जगह पर पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। इस मौके पर ट्रस्ट के शिव कुमार सोनी, सदस्य धीरज कुमार सोनी, कैलाश सोनी, मयूर कुमार पटेल, कुमार महादेव व्यास, महावीर पारीक, गणेश कुमार सोनी, महेश कुमार सोनी, गणेश कुमार सोनी, राजेश सोनी, विजय सोनी, प्रेमरतन, बुलाकीदास सांखला, महेन्द्र शर्मा, विजय सोनी आदि शामिल हुए।