कृषि : बागवानी का है यह मौसम, इन फलों के पौधे लगाए, यह सब्जियां भी उगा सकते है, किचन गार्डन भी कर सकते है विकसित - Nidar India

कृषि : बागवानी का है यह मौसम, इन फलों के पौधे लगाए, यह सब्जियां भी उगा सकते है, किचन गार्डन भी कर सकते है विकसित

रमेश बिस्सा

बीकानेर।

श्रावण माह में इन दिनों अच्छी बारिश हो रही है। ऐसे में बागवानी में रुचि रखने वालों के मन में कई तरह के सवाल है, इस मौसम में किस तरह के पौधे लगाए। कौनसी सब्जियां उगाए। यहां पर जानते है कि इस मौसम में बागवानी में क्या करें। फल,सब्जी और पुष्पों के पौधे अपने घर में किचन गार्डन में भी लगा सकेंगे और खेतों में भी लगा सकते हैं।

लगाए फलदार पौधे

कृषि जानकारों के अनुसार इस मौसम में फल प्रजाति में अनार, आंवाला, खजूर, अमरुद, बेर, सेहजना, माल्टा, किन्नू, मौसमी सरीखे फलदार पौधे लगा सकते है। इसके साथ ही नीम्बू  वर्गीय पौध भी इस सीजन में लगाए जा सकते हैं। राजस्थान स्वामी केश्वानंद कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान केन्द्र भी फलदार पौधों पर अनुसंधान चल रहा है। परिसर में किन्नू, माल्टा, मौसमी, अंजीर, बेर, खजूर इत्यादि लगाए गए हैं।

यह सब्जियां उगाए

इस सीजन में अपने किचन गार्डन में आप पत्तेदार सब्जियां लगा सकते हैं। इसमें मोटे तौर अभी पालक, फूल गोभी, मूली, धनिया, टमाटर, बेगन, प्याज, मिर्च आदि को अभी किचन गार्डन में भी लगा सकते हैं और इसको खेतों में भी लगाया जा सकता है।

महकेगा घर का आंगन

किचन गार्ड के शौकिन अपने घरों में ही इस सीजन में तुलसी, गुडल, चांदनी सरीखे खुशबूदार पुष्प लगा सकते हैं। यह कम पानी में पनप जाते हैं। लंबे समय तक रहते हैं। बागीचों में भी इन दिनों ऐसे पुष्पों के पौधे लगाए जा सकते हैं।

 

तीन साल में पकते हैं फल

जहां तक फलदार पौधों की बात करें तो इसमें तीन साल का समय लगता है। तब जाकर यह फल पककर तैयार होते हैं। वहीं एक बार में यह पेड़ पहली बार करीब 20 किलो फल देता है। लेकिन जब पेड़ 5 साल का हो जाता है, तब इसकी मात्रा 50 से 60 किलो तक पहुंच जाती है। बाजारों में सीजन के अनुसार फलों के दाम भी मिल जाते हैं। किसानों के लिए फलदार खेती कमाई का जरिया भी बन सकती है।

 

कम पानी में ही पनपने वाले

इस सीजन में सबसे अच्छी बात यह है कि फलदार, सब्जियां और पुष्पों के पौधे लगाने के लिए बहुत ज्यादा मात्रा में पानी खर्च नहीं करना पड़ता। इन दिनों बारिश के बाद से ही जमीन में नमी है। ऐसे में इनक बढ़वार भी आसानी से शुरू हो सकती है। वहीं घरों की बात करें तो गमलों में भी एक बार पानी देने के बाद खुले में रखें और बारिश का पानी लगने पर पौधे पनप सकते हैं।

 

यह भी जतन करें

पौधे लगाने से पहले यदि खेत में फलदार पौधे लगाने है, तो पुराने गोबर की 10 किलो खाद डालनी होगी। वहीं सब्जी के लिए 20 किलो और यदि किचन गार्डन के जरिए गमलों में पौधे लगाते हैं, तो उसमे भी छह माह पुरानी गोबर की खाद 100-100 ग्राम डालनी होगी।

कीड़ों से बचाव के यह करें

पौधों में यदि कीड़े लगने की आशंका लगती है। तो ऐसे में सबसे बेहतरीन जतन यह है कि उसमें एक निर्धारित मात्र में गौमूत्र का छिड़काव करें। ताकि यह स्वास्थ्य को भी नुकसान नहीं पहुंचाता। पर्यावरण को भी शुद्ध रखता है।

 

यहां से ख्ररीद सकते है बीज

फलदार, सब्जियों और पुष्पों के बीज आमजन कृषि विज्ञान केन्द्र, कृषि विभाग, राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के साथ ही सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त दुकानों और नर्सरियों इनके बीच आप प्राप्त कर सकते हैं।

 

बागवानी का सही सीजन है

देखिये इस मौसम में बागवानी करें। यह सबसे अच्छा सीजन है। इनमें फलदार,  पत्तियों की सब्जियां और पुष्प लगा सकते हैं। इनकी थोड़ी देखरेख में भी पौधे पनप सकते हैं। पानी की समस्या नहीं है, खाद निर्धारित मात्रा में दें। घर में किचन गार्डन भी विकसित कर सकते हैं। सबसे अहम है कि खेतों में जमीन अभी उपयुक्त है। नमी होने से पौधे पनपने में आसानी है।

इंद्र मोहन वर्मा, कृषि विशेषज्ञ और निदेशक (सेवानिवृत्त) राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर

 

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