बीकानेर, Nidarindia.com
मिलावटखोर अपनी कारगुजारियों से बाज नहीं आ रहे हैं। खाद्य पदार्थों में लगातार मिलावट की शिकायतें सामने आ रही है। खासकर मावा, दूध और घी में जबर्दस्त मिलावट का खेल चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने आज अभियान के तहत लूणकरणसर में मिलावटखोरों पर कार्रवाई की गई। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने लूणकरणसर में निरीक्षण किया और घी के नमूने लिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि की कार्य योजना अनुसार मंगलवार को ग्राम भादरा तहसील लूनकरणसर के मैसर्स शिव दूध भंडार पर 16 पीपो में बिना मार्का के अवधिपार रखे लगभग 240 किलो घी को मौके पर ही कास्टिक मिला कर नष्ट करवाया गया। इसके अलावा घी, दूध, तेल, रसगुल्ला, क्रीम, मिक्स मसाला के कुल 6 नमूने लिए गए। इन नमूनों को जांच के लिए जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला भिजवाया जाएगा। कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेंद्र कुमार और राकेश गोदारा शामिल रहे।
सात प्रकरणों में लगाया 17 लाख का जुर्माना
सीएमएचओ डॉ.गुप्ता ने बताया कि अमानक पाए गए खाद्य पदार्थों के परिवाद अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट प्रशासन बीकानेर के न्यायालय में प्रस्तुत किए गए थे जिनमे मेसर्स भुजियालाल लाल जी करनी इंडस्ट्रीयल एरिया के 3 प्रकरणों में 6.5 लाख, मेसर्स पूजा ट्रेडिंग कंपनी बीछवाल पर 3 लाख, मैसर्स शर्मा जी छत्ते वाले स्वीट सेंटर नोखा पर 3 लाख, मैसर्स धर्म चंद सतीश कुमार कृषि उपज मण्डी बीकानेर पर 2 लाख और मेसर्स मेघराज एजेंसी केईएम रोड पर 2.5 लाख, कुल 17 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
एफएसओ भानु प्रताप सिंह गहलोत ने बताया कि जुलाई माह में कुल 43 नमूने एक्ट में संग्रहित किए गए जिसमें से 20 सही पाए गए, चार सब स्टैंडर्ड और तीन अनसेफ पाए गए। इस दौरान 1843 किलो संदिग्ध खाद्य सामग्री सीज की गई वह 743 किलो खराब सामग्री नष्ट करवाई गई।