आस्था : शिवालयों में लगी कतारें, जलाभिषेक कर भोलेनाथ को रिझाया, एक माह तक बहेगी शिव भक्ति की सरिता, सुबह से देर रात तक चला पूजा-अर्चना का दौर - Nidar India

आस्था : शिवालयों में लगी कतारें, जलाभिषेक कर भोलेनाथ को रिझाया, एक माह तक बहेगी शिव भक्ति की सरिता, सुबह से देर रात तक चला पूजा-अर्चना का दौर

कई स्थानों पर पार्थिव शिवलिंग निर्माण के अनुष्ठान शुरू…

बीकानेरNidarindia.com
‘हे! शिव शंकर हे! करुणाकर, परमानंद महेश्वर…मेरे भीतर तुम गाते हो…भजन की पंक्तियां आज शिवालयों में साकार हो रही है। अवसर है सावन माह की शुरुआत के साथ ही पहले सोमवार का। इस दिन भगवान शंकर के पूजन का खास महत्व है।

श्रद्धालु अपनी-अपनी भक्ति और आस्था के साथ बाबा भोलेनाथ को रिझा रहे हैं। आज सुबह से शुरू हुई शिव भक्ति की यह सरिता देर रात तक चलेगी। सावन माह में इस बार पांच सोमवार है। सावन माह के अंतिम दिन भी इस बार सोमवार का संयोग बैठ रहा है। शहर लेकर गांवों तक शिव भक्ति, पूजा-अर्चना का उत्साह रहा। लोगों ने भगवान श्ंकर का रुद्राभिषेक, दुग्धाभिषेक, जलाभिषेक, पंचामृत अभिषेक कर परिवार की खुशहाली, सुख-समृद्धि की कामना की। कई स्थानों पर पार्थिव शिव लिंग निर्माण के अनुष्ठान शुरू हुए।

दर्शनार्थियों की रही कतारें…

शहर से लेकर गांवों तक आज शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें सुबह से देखी गई। आस्थावान लोग भगवान शंकर का जलाभिषेक, दूध, दही, घी, चीनी, शहद और रुद्राभिषेक अभिषेक किया। काशीविश्वनाथ मंदिर में कन्हैयालाल रंगा के सान्निध्य में अभिषेक किया गया। इस दौरान पंडि़त लक्ष्मी कान्त छंगाणी, अशोक पुरोहित, के.के छंगाणी, बृजू पुरोहित, सागरसा, किसन स्वामी, इन्दु जोशी सहित श्रद्धालु ने अभिषेक पूजन किया।

शुरू हुआ पार्थिव शिवलिंग निर्माण…


सावन माह में पार्थिक शिवलिंग निर्माण का खास महत्व है। इसको देखते हएु कई स्थानों पर पार्थिव शिवलिंग बनाने का अनुष्ठान चल रहा है। जहां पर श्रद्धालु रोजाना पार्थिव शिवलिंग का पूजन करते हैं। जस्सूसर गेट बाहर स्थित रंगा-बिस्सा पंचायत भवन में पंडि़त अशोक बिस्सा(सन्ना महाराज) के सान्निध्य में पार्थिव शिव निर्माण का अनुष्ठान शुरू किया गया है। पंडि़त अशोक बिस्सा ने बताया कि रोजाना बड़ी संख्या में मिट्टी से निर्मित पार्थिव शिव निर्माण किया जा रहा है। यह अनुष्ठान रक्षा बंधन के दिन पूरा होगा। उस दिन सभी पार्थिव शिवलिंग का पवित्र सरोवर में विसर्जन किया जाएगा।

मरुनायक चौक, जागनाथ महादेव।
भुजिया बाजार, धनेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक।
गोचर भूमि परिसर में स्थित जंगलेश्वर मंदिर।

इन मंदिरों में रही धूम…

बीकानेर में भगवान शंकर के कई प्राचीन मंदिर है। जहां पर लोग नियमित रूप से पूजा-अर्चना करते हैं। यहां दर्शनार्थियों की कतारें लगती है। शिवबाड़ी के लालेश्वर महादेव मंदिर, देवीकुंड सागर, हनुमान हत्था स्थित बारह महादेव, लालगढ़ स्थित मार्केण्डेश्वर, रंगोलाई मंदिर में रामेश्वरनाथ महादेव, श्रीरामसर रोड पर धरणीधर महादेव, करमीसर रोड पर काशीविश्वनाथ महादेव,श्रीरामसर रोड, हर्षोल्लाव स्थित अमरेश्वर महादेव, महानंद महादेव, ब्रह्म सागर,जनेश्वर महादेव, मरुनायक चौक के नाटेश्वर महादेव,गोपेश्वर-भूतेश्वर महादेव,फक्कड़ेश्वर, बारहगुवाड़ के जबरेश्वर महादेव, नाथसागर के कसौटीनाथ, गंगाशहर में कैदारनाथ मंदिर, जैसलमेर रोड पर भूतनाथ, जयपुर रोड पर चेतन महादेव, गोरीशंकर महादेव, नर्बदेश्वर महादेव, आचार्य बागेची सहित मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजा-अभिषेक किया।

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