जयपुरNidarindia.com
ट्रेनों समय पालना को लेकर अक्सर बात होती है। कई बार ट्रेन निर्धारित समय से देरी चलने की शिकायतें सामने आती है, लेकिन इसी बीच उत्तर पश्चिम रेलवे जोन ने समय पालना की गणना में भारीय रेलवे में दूसरा स्थान हासिल किया है।
उम्दा प्रदर्शन किया करते हुए इस मुकाम तक पहुंचा है। साथ ही माल लदान में किए गए प्रयासों से उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2023-24 में 29.10 मिलियन टन माल लदान किया है। उत्तर पश्चिम रेल यात्रियों को समयबद्ध और संरक्षित यात्रा करवाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2024-25 के मई माह तक मेल,एक्सप्रेस गाडिय़ों के संचालन में 93.07 प्रतिशत समयपालन को प्राप्त किया है। उत्तर पश्चिम रेलवे का यह प्रदर्शन सम्पूर्ण भारतीय रेलवे में इस वर्ष दूसरे स्थान पर है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार अमिताभ, महाप्रबंधक-उत्तर पश्चिम रेलवे के दिशा निर्देशों के परिणाम स्वरूप उत्तर पश्चिम रेलवे पर यात्री ट्रेनों के संचालन और समयपालन पर उत्तर पश्चिम रेलवे पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2024-25 में मई माह तक 93.07 प्रतिशत समयपालन को प्राप्त किया है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर हो रहे दोहरीकरण, स्थाई गति प्रतिबंधों को समाप्त करना एवं नियमित मॉनिटरिंग के फलस्वरूप समयपालन में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
उत्तर पश्चिम रेलवे ने मई माह में 2.59 मिलियन टन का माल लदान किया है, जो कि रेलवे बोर्ड की ओर से निर्धारित लक्ष्य तुलना में 2.55 मिलियन टन से 1.6 प्रतिशत अधिक है। जीएम के नेतृत्व में बेहतर कार्यनिष्पादन से उत्तर पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2023-24 में 7422 करोड़ रूपए की कुल प्रारम्भिक आय अर्जित की है जो गत वर्ष के 7288 करोड़ रूपए की तुलना में 1.8 प्रतिशत अधिक हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे ने प्रारम्भिक यात्री आय से 3202 करोड़ रुपए व माल परिवहन से 3371 करोड़ रुपए प्राप्त किए हैं।
आय को बढ़ाने के लिए अन्य संसाधनों का भी बेहतर उपयोग किया जा रहा है जिसके तहत रेलवे राजस्व में उल्लेखनीय इजाफा किया है। बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों पर अंकुश लगाने के लिये विशेष टिकट चैकिंग अभियानों से 62.83 करोड़ रूपए अर्जित किए हैं।