बीकानेरNidarindia.com
छोटे बच्चों में आंखों की बीमारी नहीं हो इसके लिए प्रदेशभर में बच्चों को विटामिन ए की सिरप पिलाई जा रही है। यह अभियान 29 जून तक चलेगा। इसमें ९ माह से पांच साल तक के बच्चों को यह दवा पिलाई जाएगी।
यह उनकी आंखों के लिए जरूरी बताई जा रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ समन्वित प्रयास की और से अभियान चलाया जा रहा है।
अभियान के तहत 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और जिला अस्पताल पर विटामिन ए की खुराक पिलाई जा रही है। यह खुराक हर 6 माह के अन्तराल से पिलाई जाती है। सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि विटामिन ए अभियान के इस चरण में लगभग 2,97,239 बच्चों को खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसकी माइक्रो प्लानिंग पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर ही की गई है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि विटामिन ए आखों की बीमारियों जैसे रतौंधी-अंधता से बचाव के साथ-साथ बच्चों में शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता वृद्धि के लिए भी आवश्यक है।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि यदि किसी बच्चे को विटामिन ए खुराक अभी भी पिलाना बाकी हो तो 29 जून तक अभियान जारी है, जरूर पिलावें।
डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ योगेन्द्र तनेजा ने बताया कि विटामिन ए देने से बच्चों में दस्त एवं निमोनिया आदि बीमारियों के घातक प्रभाव में कमी लाई जा सकती है जिससे 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्युदर में भी कमी आती है।
इस कार्यक्रम के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 9 से 12 माह के बच्चों को विटामिन ए की बोतल के साथ आने वाले चम्मच से आधा चम्मच (1 एमएल खुराक और 1 से 5 साल तक के बच्चों को पूरा चम्मच यानिकी 2 एमएल) खुराक देगी। जिन स्थानों पर आंगनबाड़ी केन्द्र नहीं हैं या कार्यकर्ता व आशा का पद खाली है वहां एएनएम बच्चों को यह खुराक पिलाएगी। शहरी क्षेत्र में चुनिन्दा प्राइवेट अस्पतालों की ओर से भी विटामिन ए की खुराक पिलाई जा रही है।