बीकानेर : संविधान के शिल्पकार थे अम्बेडकर, पुष्पांजलि अर्पित कर बोले-अर्जुनराम मेघवाल, हुए कार्यक्रम... - Nidar India

बीकानेर : संविधान के शिल्पकार थे अम्बेडकर, पुष्पांजलि अर्पित कर बोले-अर्जुनराम मेघवाल, हुए कार्यक्रम…

बीकानेरNidarindia.com
डॉ.भीमराव अम्बेडकर की जयंती आज मनाई गई। इस दौरान अम्बेडकर सर्किल पर स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर पुष्पांजलि कार्यक्रम हुआ। इसमें गणमान्य लोगों ने पुष्प अर्पित किए। केन्द्रीय मंत्री और लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल ने अम्बेडकर की प्रतिमा में पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही भावना मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से रेलवे मैदान में आयोजित कार्यकम में भी शामिल हुए। इस मौके पर केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि लोग आरक्षण के मुद्दे पर भ्रम पैदा करने का काम कर रहे हैं,लेकिन बाबा साहब ने जो आरक्षण दिया है वो उसी तरह रहेगा।

इसे दुनिया की कोई ताकत नहीं हटा सकती है। मेघवाल ने कहा कि बाबा साहब को भारत माता का महान सपूत, प्रकांड विद्वान, संविधान के शिल्पकार थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने देश को रास्ता दिखाने का काम किया। उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय योजना को बढ़ाने का काम किया। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को संविधान दिया। मेघवाल ने कहा कि बाबा साहब जानते थे कि संविधान मात्र एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दस्तावेज है। इसमें करोड़ों लोगों की आवश्यकताएं, परिवेदनाएं और हित सम्मिलित है।

संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय सांस्कृतिक संपत्ति संरक्षण अनुसंधान, लखनऊ ने बाबा साहेब की वस्तुओं को भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित किया है। संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए इस्तेमाल किए गए टाइपराइटर सहित कुल 1,358 वस्तुओं को संरक्षित किया गया है। यह केंद्र राष्ट्र के निर्माण में उनके योगदान की झलक दिखाते हुए एक पवित्र स्थान के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की प्रतिबद्धता है जिसके परिणामस्वरूप पंच तीर्थ, डॉ. अंबेडकर अन्तरराष्ट्रीय केंद्र का समर्पित विकास हुआ है और नागरिकों के जीवन को आसान बनाने के लिए गरीब समर्थक और जन-केंद्रित नीति उपायों का कार्यान्वयन हुआ है। बीएसएफ के पूर्व डीआइजी पुष्पेन्द्र सिंह ने कहा कि बीआर अम्बेडकर एक व्यक्ति से कहीं अधिक थे-वे न्याय की भावना के प्रतीक थे। उनके आदर्शों का आज अनुसरण करने की जरूरत है।

महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने कहा कि यदि पहले की सरकारों ने अम्बेडकर को इस तरह से स्वीकार किया होता तो भारत को लाभ होता-परिणामस्वरूप लोक कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता अधिक होती। जिलाध्यक्ष विजय आचार्य ने कहा कि स्टैंड-अप इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, पीएम आवास योजना, भीम, मुद्रा और जेएएम ट्रिनिटी सहित कई अन्य योजनाएं दर्शाती हैं कि सरकार निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने और संतृप्ति-स्तरीय कार्यान्वयन सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

इस मौके पर सत्यप्रकाश आचार्य, चंपालाल गेदर, उप महापौर राजेन्द्र पंवार, महावीर रांका, गुमान सिंह राजपुरोहित, मोहन सुराणा, श्याम सुंदर चौधरी, नरेश नायक, महावीर सिंह चारण, मीना आसोपा, सुरेन्द्र सिंह शेखावत आदि मौजूद रहे।

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