- पाबूसर का डेरूं और चंग नृत्य दांतों तले अंगुलिया दबाने को करेगा मजबूर
- डेजर्ट सिम्फनी से जमेगा रंग, दो दिवसीय ‘कला रंग राग’ का आगाज 30 मार्च से…
बीकानेरNidarindia.com
‘बापू सेहत के लिए तू तो हानि कारक है…आमिर खान अभिनीत फिल्म ‘दंगल’ का यह गीत शायद ही कोई भूला होगा। इस यादगार गीत को जैसलमेर के होनहार कलाकार ‘सरताज खान और सरवर खान’ अपना स्वर दिया था। इस गीत के बाद दोनों ही कलाकारों की किस्मत चमक उठी। ऐसे ख्यातिनाम गायक कलाकारों को बीकानेर के धरणीधर में लाइव सुनने का अवसर आपको मिलेगा।
मौका होगा सांस्कृतिक संस्थान लोकायन एवं राजस्थान कला और संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में होने वाले ‘कला रंग राग’ सांस्कृतिक महोत्सव का। दो दिवसीय यह कार्यक्रम धरणीधर के हेरिटेज प्रांगण में आयोजित किया जाएगा। इसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। इस सांस्कृतिक महोत्सव में सौ से ज्यादा कलाकार अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। इसके लिए भव्य मंच तैयार किया जा रहा है, रंगीन रोशनियों से सजावट की जा रही है।
कार्यक्रम में पहले दिन जैसलमेर के सरताज खान और सरवर खान अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। पीके, दंगल और पद्मावत जैसी फिल्मों में अपनी प्रतिभा का लोहा बॉलीवुड में मनवा चुके, यह ख्यातिनाम कलाकार बीकानेर के कला प्रेमियों को मंत्रमुग्द करने के लिए आ रहे हैं।
यह रहेंगे आकर्षण…
लोकायन के अध्यक्ष महावीर स्वामी ने बताया कि धरणीधर में शाम 7 बजे शुरू होने वाले इस महोत्सव में जैसलमेर के प्रसिद्ध लोक कलाकार गाजी खान की ओर से बाल कलाकारों की ‘डेजर्ट सिम्फनी’ की प्रस्तुति दी जाएगी।
वहीं पाबूसर गांव के कलाकार ‘डेरूं और चंग नृत्य’ को मंच पर साकार करेंगे। इस पारंपरिक नृत्य में राजस्थान की समृद्ध विरासत की पूरी झलक देखने को मिलेगी। पाबूसर की गोपाल गीला चंग पर और प्रेमजी ग्रुप की डेरू नृत्य पर अपनी मधुर प्रस्तुति देंगे।
सुनने को मिलेंगे पारंपरिक वाद्ययंत्र…
आयोजन से जुड़े नवल श्रीमाली के अनुसार कला महोत्सव का उद्देश्य राजस्थानी संस्कृति का संरक्षण है। यही वजह है कि कार्यक्रम में लुप्त हो रहे पारंपरिक वाद्ययंत्र ‘रावणहत्था’ मनमोहक धुने कानों में ठेठ राजस्थान की संस्कृति की मिठास घोल देगी। साथ ही बीकानेर के भंवर भोपा और उनकी पत्नी बेहतरीन प्रस्तुति देंगी।
यह कलाकार भी निभाएंगे भागीदारी
संस्थान के विकास शर्मा ने बताया कि कला महोत्सव का उद्घाटन बीकानेर के प्रसिद्ध प्रेम सागर और ग्रुप नगाड़ा, शंख और अलगोजा वादन से करेंगे। साथ ही कार्यक्रम में बीकानेर के सांवरलाल रंगा, बबलू एवं सलीम ग्रुप, मांड गायिका मांगी बाई, भंवई नृत्य की प्रस्तुतियां भी होगी।