बीकानेरNidarindia.com
शहर में होली का आगाज शनिवार रात को हो जाएगा। इस दिन रियासतकाल से चली आ रही परंपरा का निर्वहन किया जाएगा। इसमें शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण समाज के लोग राजपरिवार की कुल देवी माता नागणेचेजी को भजनों से रिझाएंगे।
इसके बाद इत्र और गुलाल मां के चरणों में अर्पित करेंगे। परम्परा के अनुसार इस तरह से होली की स्वीकृत मां से लेने के बाद शहर में एक गेर के रूप प्रवेश करेंगे। इस दिन समाज की ओर से कई स्थानों पर सामूहिक प्रसाद(गोठों) का आयोजन किया जाएगा। समाज के
नितिन वत्सस के अनुसार शाकद्विपीय समाज के महिला पुरुष शाम के समय नए वस्त्र पहनकर मां नागणेचेजी मंदिर में एकत्रित होंगे आरती के समय रात्रि 8 बजे मां के चरणों में इत्र गुलाल अर्पित की जाएगी। गुलाल उछालकर बीकानेर में होली का आगाज किया जाएगा। इसके बाद होली दहन तक शहर में मांगलिक कार्यों पर ब्रेक रहेगा। अगले दिन रविवार से ही होलाष्टक शुरू हो जाएंगे। यह आठ दिन रहेंगे। साथ ही रम्मतों का दौर भी शुरू हो जाएगा।
यहां होंगे आयोजन…
श्यामोजी वंशज मूंधाड़ा प्रन्यास भवन, हसावतों की तलाई, नाथ सागर स्थित सूर्य भवन, डागा चौक स्थित शिव शक्ति भवन, जसोल्लई स्थित जनेश्वर भवन में प्रसाद का आयोजन होगा
वत्सस ने बताया की इस दिन रात्रि को नागणेची मंदिर से निकलकर समाज के बुजुर्ग और युवा देर रात्रि को शहर में होली की पहली गेर लेकर आएंगे जो की गोगागेट से शहर में प्रवेश करते हुए बागड़ी मोहल्ला, भुजिया बाजार, चाय पट्टी, बैदो का बाजार नाईयों की गली, मरूनायक चौक, मूंधाड़ा सेवागों के चौक में सम्पन्न होगी।
खेलनी सप्तमी को लेकर राजा सेवग, अजय कुमार शर्मा, पुरषोत्तम सेवक, सुशील सेवग, दीनानाथ सेवग, शिवचंद भोजक, बलदेव प्रसाद सेवग, संजय शर्मा मनु भाईजी, नीरज शर्मा,प्रणव भोजक उमेश भोजक, सीताराम सेवग, राधेश्याम सेवग, अरुण शर्मा , गुड्डा सेवग, रामजी सेवग, विष्णु सेवग कमल कुमार राजेंद्र शर्मा सहित गणमान्य लोग तैयारियों में जुटे हैं।